Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

उप्र : ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित होंगे 47,900 हैंडपंप

Published

on

उप्र : ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित होंगे 47,900 हैंडपंप

Loading

उप्र : ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित होंगे 47,900 हैंडपंपलखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पेयजल की समस्या के त्वरित निराकरण के लिए प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 47,900 नए इंडिया मार्क-2 हैंडपंप स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पहले से स्थापित इंडिया मार्क-2 हैंडपंपों को चालू हालत में लाने के लिए 47,900 हैंडपंपों की री-बोरिंग के आदेश भी दिए हैं। ये सभी 95 हजार 800 नए एवं रीबोर हैंडपंप विधान सभा एवं विधान परिषद के सदस्यों की संस्तुति पर उनके ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे।
इसके लिए प्रत्येक सदस्य को 100 नए इंडिया मार्क-2 हैंडपंप स्थापित करने के लिए संस्तुति करने का अधिकार दिया गया है, जबकि इतने ही हैंडपंपों के रीबोरिग के लिए भी प्रत्येक सदस्य संस्तुति कर सकते हैं।

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की इस पहल से विधान सभा एवं विधान परिषद के सदस्यों को अपने-अपने क्षेत्रों की पेयजल समस्याओं के निराकरण में मदद मिलेगी। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुपालन के क्रम में शासन ने 458.8632 करोड़ रुपये की धनराशि ग्राम्य विकास आयुक्त को उपलब्ध करा दी है।उन्होंने बताया कि हैंडपंपों की स्थापना एवं रीबोरिंग राज्य ग्रामीण पेयजल योजना के मार्गदर्शी सिद्धांतों एवं शासनादेशों में दी गई व्यवस्था के अनुरूप की जाएगी। स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष हैंडपंपों के अधिष्ठापन के लिए निर्धारित 90:10 के अनुपात के अनुसार कार्यदाई संस्थाओं-उत्तर प्रदेश जल निगम एवं उप्र एग्रो इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन को धनराशि अवमुक्त की जाएगी।

हैंडपंपों के अधिष्ठापन एवं रीबोरिंग के लिए नियमानुसार एक प्रतिशत लेबर सेस की धनराशि का भुगतान श्रम विभाग को करने के लिए कहा गया है। ग्राम्य विकास विभाग को यह भी हिदायत दी गई है कि स्वीकृत धनराशि आहरित कर बैंक एवं डाकघर में कतई नहीं रखी जाएगी। कार्य में प्रयोग की जाने वाली सामग्री व उपकरणों की खरीद स्टोर परचेज नियमों तथा आदेशों के अंतर्गत की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कार्य को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। कार्य की गुणवत्ता पर निगाह रखने के लिए अधिकृत थर्ड पार्टी निरीक्षणकर्ता को भी पूरा सहयोग प्रदान करने के लिए कहा गया है। हैंडपंपों के अधिष्ठापन के बाद इनके रख-रखाव के लिए इन्हें सम्बंधित ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending