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प्रादेशिक

‘पीके’ उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आमिर खान स्टार फिल्म ‘पीके’ को राज्य में करमुक्त करने का आदेश दिया है। अखिलेश ने फिल्म का विरोध करने वालों से अपील की है कि वे इस फिल्म को एक बार जरूर देखें, फिर अपनी राय दें। फिल्म के माध्यम से समाज को एक सकारात्क संदेश दिया गया है। ज्ञात हो कि फिल्म ‘पीके’ पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के के आरोप लगाए जा रहे हैं। फिल्म का उप्र के कई हिस्सों में कड़ा विरोध हो रहा है।

अखिलेश ने बुधवार को लखनऊ में पांच कॉलीदास मार्ग पर पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान यह घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने मीडिया और राज्य के लोगों को नव वर्ष की शुभकामनाएं भी दी।

‘पीके’ फिल्म को करमुक्त करने की बात पर अखिलेश ने कहा कि इस फिल्म पर हो रहे विवादों को वह काफी दिनों से सुन और देख रहे थे। इस दौरान उन्हें फुर्सत नहीं मिली की वह फिल्म देख सकें। मंगलवार रात 10 बजे उन्हें मौका मिला तो उन्होंने फिल्म देखी। इसके बाद उन्हें लगा कि इसे करमुक्त होना चाहिए, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देख सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा, “जो लोग पीके फिल्म को लेकर हंगामा कर रहे हैं, उन्हें इसे जरूर देखना चाहिए। फिल्म देखने के बाद लोग इसका विरोध करना छोड़ देंगे और इसे करमुक्त किए जाने के पक्ष में आ जाएंगे।”

उन्होंने कहा कि खास तौर पर ऐसे लोग जो फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, और इसे नहीं देख पाए हैं, उन्हें देखने के लिए इसे करमुक्त किया गया है।

उल्लेखनीय है कि निर्देशक राज कुमार हिरानी और आमिर खान की इस फिल्म को लेकर खासा बवाल मचा हुआ है। कई हिंदू संगठन इसे धार्मिक भावना से खिलवाड़ बताकर फिल्म का प्रदर्शन बंद कराना चाहते हैं। कई शहरों में वे अपने मकसद में सफल भी रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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