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मुख्य समाचार

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की हालत खतरे से बाहर, दुआओं का दौर जारी

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जयललिता

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जयललिता चेन्नई| तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता को रविवार की शाम दिल का दौरा पड़ा। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम उनकी सेहत की निगरानी कर रही है। अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने यह जानकारी दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि तमिलनाडु की सीएम जयललिता की हालत खतरे से बाहर है।

अपोलो अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया, “जयललिता के स्वास्थ्य की निगरानी विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम कर रही है, जिसमें हृदयरोग विशेषज्ञ, फेफड़ा विशेषज्ञ और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ शामिल हैं।”  अस्पताल के बाहर रविवार रात से ही जयललिता के प्रशंसकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। देशभर से लोग और नेता उनके जल्द ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं।

एआईएडीएमके प्रमुख 68 वर्षीय जयललिता को 22 सितंबर को बुखार और डिहाइड्रेशन की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया था कि उन्हें इंफेक्शन है, इसलिए उन्हें अस्पताल में कुछ दिन रहना होगा। इसके बाद उन्हें वेंटीलेटर का सहरा दिया गया था। अपोलो अस्पताल के मुताबिक, जयललिता का उपचार कर रही टीम में हृदय रोग विशेषज्ञ, फेफड़ा विशेषज्ञ, इंफेक्शन डिजीज के विशेषज्ञ, मधुमेह विशेषज्ञ शामिल हैं।

रविवार की शाम जयललिता को हृदयाघात लगने की खबर सुनकर अस्पताल के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ जुट गई। लोग अपनी नेता के जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। जयललिता का स्वास्थ्य अचानक फिर बिगड़ने की खबर पाकर राज्यपाल सी. विद्यासागर राव मुंबई के अपने सफर से लौट आए हैं।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी जयललिता के जल्द ठीक होने की कामना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की खबर से व्यथित हूं। उनके जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।”

डीएमके प्रमुख एम.करुणानिधि और उनके बेटे एवं पार्टी नेता एम.के.स्टालिन ने भी ट्वीट कर जयललिता के जल्द ठीक होने की कामना की।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी ट्वीट कर जयललिता के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की।  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जयललिता के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके जल्दी ठीक होने की कामना की।

नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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