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प्रादेशिक

‘कुछ तो मजबूरी थी, यूं ही कोई राहुल गांधी का दोस्त नहीं होता’

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। अखिलेश ने एक इंटरव्यू में कांग्रेस-सपा गठबंधन होने की वजह बताई है। अखिलेश ने कहा है कि अगर परिवार में झगड़ा न होता तो कांग्रेस से गठबंधन भी नहीं होता। सीएम अखिलेश का ये बयान ऐसे समय आया है जब यूपी में करीब आधा चुनाव खत्म हो चुका है।

हालांकि अखिलेश ने ये भी कहा कि सपा-कांग्रेस गठबंधन से एक संदेश जाएगा कि प्रदेश में प्रादेशिक सरकार की वापसी संभव है। राहुल गांधी के साथ व्यक्तिगत समझदारी अच्छी है। अखिलेश ने कहा कि हम एक उम्र के हैं और एक जैसे सोचते हैं। हम चाहते हैं कि देश और राज्य का विकास हो।

राहुल के साथ साझे रोड शो में नजर आ रहे अखिलेश ने पहली बार कहा कि अगर मेरे परिवार में झगड़ा नहीं होता तो मैं कभी कांग्रेस से गठबंधन नहीं करता। हालांकि उन्होंने ये कहा कि सपा-कांग्रेस गठबंधन का फैसला अच्छा है और मुझे इस बात की खुशी भी है।

बता दें कि यूपी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से गठबंधन किया है। विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी 298 सीटों पर जबकि कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं अमेठी-रायबरेली की पांच सीटों पर दोनों ही पार्टियों ने अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं।

IANS News

महाकुंभ में बिछड़ने वालों को अपनों से मिलाएंगे एआई कैमरे, फेसबुक और एक्स भी करेंगे मदद

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प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलाइजेशन कर रही है। यहां एआई की मदद से ऐसे कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की हिफाजत में 24 घंटे तैनात रहेंगे। एआई लाइसेंस वाले इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म भी बिछड़ने वाले परिजनों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे।

मदद करेगा डिजिटल खोया पाया केंद्र

इस बार महाकुंभ में देश विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनों को खोने का डर नहीं सताएगा। मेला प्रशासन ने इसकी व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। इसके लिए डिजिटल खोया पाया केंद्र को एक दिसंबर से लाइव किया जाएगा। इसके माध्यम से 328 एआई लाइसेंस वाले कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे। इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। पूरे मेला क्षेत्र को इन विशेष कैमरों से लैस किया जा रहा है। योगी सरकार के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे इंस्टॉल करने का काम अपने अंतिम चरण में है। मेला क्षेत्र की चार लोकेशन पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है।
महाकुंभ में अब कोई भी अपना बिछड़ने नहीं पाएगा।

पलक झपकते काम करेगी तकनीक

महाकुंभ 2025 में शामिल होने वाले श्रृद्धालुओं के लिए सरकार ने ऐसे डिजिटल खोया-पाया केंद्रों की स्थापना की है, जो तकनीक के सहारे चलेंगे और पलक झपकते ही अपनों से मिलाएंगे। इसमें हर खोए हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा। पंजीकरण होने के बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे। यही नहीं, गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी शेयर किया जाएगा। यह व्यवस्था महाकुंभ मेले को न केवल सुरक्षित बनाएगी, बल्कि परिवारों को जल्दी और आसानी से अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम करेगी।

फोटो से मिलान करेगा एआई

महाकुंभ में अपनों से बिछड़ने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। यह तत्काल काम करेगा। यहां 45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में एआई कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे। इस काम में सोशल मीडिया भी तत्पर रहेगा।

पहचान का देना होगा प्रमाण

जो भी व्यक्ति महाकुंभ मेले में अपनों से बिछड़ेगा, उसका सुरक्षित, व्यवस्थित और जिम्मेदार प्रणाली के तहत ख्याल भी रखा जाएगा। किसी भी वयस्क को बच्चे या महिला को ले जाने से पहले सुनिश्चित करना होगा कि वह उसे पहचानते हैं और उनकी पहचान प्रमाणिक है।

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