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प्रादेशिक

मंत्रियों का औचक निरीक्षण, कई अधिकारी मिले अनुपस्थित

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लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के अधिकारियों व कर्मचारियों को समय की पाबंदी का पाठ पढ़ा रहे हैं, वहीं दो राज्य मंत्रियों ने सोमवार सुबह जब अपने कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, तो उन्हें कई अधिकारी अनुपस्थित मिले। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सुबह में अपने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, जिस दौरान कई कर्मचारी न सिर्फ अनुपस्थित मिले, बल्कि कृषि भवन की इमारत में भी ताला लटका मिला, जिसके बाद मंत्री आग बबूला हो गए।

 

कुछ ऐसा ही नजारा राज्य के अल्पसंख्यक व वक्फ मामलों के मंत्री मोहसिन रजा को अपने कार्यालय में देखने को मिला, जहां कई अधिकारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे, जिसके बाद मंत्री ने इस बारे में एक रिपोर्ट मांगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता शाही मदन मोहन मालवीय मार्ग पर स्थित कृषि निदेशायल का जब सुबह 10 बजे के आसपास औचक निरीक्षण करने पहुंचे और इस दौरान उन्हें कार्यालय में केवल खाली कुर्सियां और खाली चैंबर मिले, तो उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया।

अधिकारियों ने आईएएनएस से कहा कि 30 फीसदी कर्मचारी काम पर नहीं आए हैं। इस घटना के बाद मंत्री ने वरिष्ठ नौकरशाहों से यह सुनिश्चत करने को कहा कि अनुपस्थित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा जाए। राज्य मंत्री रजा ने भी अपने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और इस दौरान कई कर्मचारियों को नदारद पाकर बेहद गुस्सा हुए।

जब मंत्री ने अधिकांश खाली चैंबरों में एयर कंडिशनर और पंखों को चलता पाया, तो उन्होंने इसे बिजली की बर्बादी कहते हुए इस पर जवाब मांगा। उन्होंने अधिकारियों से समय पर दफ्तर न आने वाले कर्मचारियों के बारे में रिपोर्ट भी मांगी। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों व सरकारी कर्मचारियों को समय पर कार्यालय पहुंचने तथा काम में कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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