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प्रादेशिक

रैंकिंग में फिसड्डी रहने से आहत सीएम ने खुद उठाई झाडू, बोले- छेड़ देंगे जनांदोलन

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार तडक़े उठकर अपने हाथों में झाडृू ले ली। हालांकि उनका कार्यक्रम अचानक नहीं था। लेकिन इस मौके पर उन्होंने कहा कि सफाई अभियान को एक जनांदोलन का रूप दिया जाएगा।

उन्होंने तत्काल बाद बैठक करके इस दिशा में गंभीर कदम उठाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा, “इस अभियान को जनांदोलन का रूप दिया जाएगा। अगले साल तक प्रदेश के १५० नगर ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) घोषित किए जाएंगे। शहरी इलाकों में कूड़ा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।”

इसके लिए अभियान की शुरुआत खुद योगी ने शनिवार को लखनऊ से कर दी। स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक दिन पहले ही स्वच्छता सर्वेक्षण के आधार पर देश के ४३४ शहरों की रैंकिंग में प्रदेश के शहरों के फिसड्डी रहने के लिए मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में स्पष्ट तौर पर पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश का कोई भी नगर ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) नहीं हैं। लक्ष्य की तुलना में मात्र आठ प्रतिशत शौचालय ही निर्मित हुए हैं। ओडीएफ हेतु निर्धारित धनराशि का मात्र २१ प्रतिशत ही खर्च हुआ है।

योगी ने कहा कि प्रभारी मंत्री का यह दायित्व होगा कि अपने जिले में भ्रमण के दौरान वहां की मलिन बस्तियों का भी निरीक्षण करें। पॉलीथिन तथा प्लास्टिक का उपयोग बन्द किया जाए। शादी-विवाह आदि आयोजनों में इस्तेमाल के बाद प्लास्टिक की प्लेट एवं अन्य बर्तनों को नालियों में फेंकने की प्रवृत्ति को तत्काल बंद कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गंगा नदी के किनारे बसे १,६८५ गांवों को १५ मई, २०१७ तक ओडीएफ घोषित किया जाना है। गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने में यह एक महत्वपूर्ण योगदान होगा।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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