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भारत ने जाधव, अंसारी से राजनयिक संपर्क की फिर मांग की

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नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)| भारत ने अपने नागरिकों कुलभूषण जाधव तथा हामिद नेहाल अंसारी को राजनयिक संपर्क मुहैया कराने की शनिवार को पाकिस्तान से एक बार फिर मांग की। भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव को कथित तौर पर जासूसी व आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है, जबकि भारतीय इंजीनियर व कारोबारी अंसारी को पाकिस्तान में दाखिल होने को लेकर तीन साल जेल की सजा सुनाई है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, भारत ने एक बार फिर अपने नागरिकों कुलभूषण जाधव तथा हामिद नेहाल अंसारी को राजनयिक संपर्क मुहैया कराने की मांग की, जो पाकिस्तान की हिरासत में हैं।

बयान के मुताबिक, भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान से भारतीय कैदियों लापता भारतीय सेना के पूर्व कर्मी तथा मछुआरों को उनकी नौका के साथ उन्हें भारत भेजने का आग्रह किया, जिनकी राष्ट्रीयता की भारत पुष्टि कर चुका है।

जाधव को कथित तौर पर तीन मार्च, 2016 को पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान का दावा है कि भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी ने एक वीडियो में कबूल किया है कि वह बलूचिस्तान में जासूसी तथा आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। हालांकि भारत ने आरोपों से इनकार किया है। अप्रैल महीने में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जाधव को मौत की सजा सुनाई।

भारत ने कहा है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया और उसपर जासूस होने का ठप्पा लगा दिया। जाधव ईरान में कारोबार करते हैं।

मई महीने की शुरुआत में भारत ने हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय अदालत में जाधव मामले में याचिका दाखिल की। सुनवाई के दौरान अदालत ने मामले में अंतिम फैसला आने तक जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है।

पेशे से इंजीनियर व कारोबारी अंसारी विमानन क्षेत्र में नौकरी के लिए पर्यटन वीजा पर चार नवंबर, 2012 को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल गए थे। वह 12 नवंबर को पाकिस्तान में दाखिल हुए थे।

उसके ई-मेल अकाउंट से यह खुलासा हुआ है कि वह फेसबुक पर एक पाकिस्तानी लड़की से संपर्क में थे और पाकिस्तान गए थे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और तीन वर्षो की सजा सुनाई गई।

मंत्रालय के बयान के मुताबिक, साल 2008 में किए गए एक समझौते की तर्ज पर भारत तथा पाकिस्तान ने शनिवार को कूटनीतिक स्रोतों के माध्यम से अपने-अपने देशों के नागरिक कैदियों व मछुआरों के नामों की सूची का आदान-प्रदान किया, जो दोनों देशों की जेलों में बंद हैं।

बयान के मुताबिक, भारत पाकिस्तान के साथ मानवीय मुद्दों का समाधान प्राथमिकता के साथ करने को प्रतिबद्ध है, इनमें कैदी तथा मछुआरे शामिल हैं।

बयान में कहा गया है, इस संदर्भ में हम पाकिस्तान से उन लोगों की राष्ट्रीयता की पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं, जो भारत की हिरासत में हैं।

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सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए बनेगा कानून – केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव

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नई दिल्ली। लोकसभा में हगामे के बीच बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने प्रश्नकाल के दौरान सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट का मुद्दा उठाया। अरुण गोविल के सवाल का जवाब में देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों के लिए मौजूदा कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता है। हमारे देश की संस्कृति और उन देशों की संस्कृति के बीच बहुत अंतर है जहां पर ओटीटी पर अश्लील कंटेंट आते है।

केंद्रीय मंत्री ने आम सहमति बनाने का किया अनुरोध

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं चाहूंगा कि स्थायी समिति इस मुद्दे को उठाए। मौजूदा कानून को मजबूत करने की जरूरत है और मैं इस पर आम सहमति का अनुरोध करता हूं। मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री भी चलाई जाती है।

नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है सरकार

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि पहले कोई चीज पब्लिश करने के लिए संपादकीय टीम होती थी। इसकी वजह से कोई अश्लील कंटेंट पब्लिश नहीं होता था। जो अब नहीं है। अश्विनी वैष्णव ने यह बयान उनके डिप्टी एल मुरुगन द्वारा यह पुष्टि किए जाने के एक महीने बाद आया है कि सरकार ओटीटी सामग्री को विनियमित करने के लिए एक नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है।

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