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मनोरंजन

मानसिकता बदलने में शिक्षा से बेहतर मनोरंजन : एकता

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नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)| महिला प्रधान कई टेलीविजन धारावाहिकों का निर्माण कर चुकीं एकता कपूर का मानना है कि भारतीय समाज में लोगों को महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति जागरूक करने के लिए शिक्षा से बेहतर साधन मनोरंजन है।

एकता ने यहां आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में कहा, निजी तौर पर मेरा मानना है कि शिक्षा और इंफोटेनमेंट (सूचना व मनोरंजन) अलग-अलग पहलू है। अगर आप लोगों को शिक्षित करते हैं तो वे बोर होने लगते हैं और अगर आप उन्हें फिल्में दिखाते हैं, जो मनोरंजक होती हैं और वे किरदारों को पसंद करते हैं और कहानी के साथ जुड़ जाते हैं, तो आप उनकी मानसिकता में बदलाव लाने के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं।

‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’, ‘कहानी घर-घर की’, और ‘कुमकुम भाग्य’ जैसे शो बना चुकी एकता ने यह भी कहा कि फिल्म या टीवी शो लोगों को सशक्त भले नहीं बना सकते, लेकिन उन्हें जागरूक कर सकते हैं।

एकता के मुताबिक, यह दर्शकों को उस लड़ाई के बारे में जागरूक कर सकती है, जिसे महिलाएं लड़ रही हैं। सशक्तीकरण अंदर से आता है। हममें से हर एक को अलग-अलग पूर्वाग्रहों के खिलाफ खड़े होकर उनका सामना करना पड़ता है और फिर उन्हें ‘नहीं’ं कहना पड़ता है। अब वह समय आ गया है, जब हमें अपने दर्शकों को ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ जैसी फिल्में दिखाकर जागरूक करना है।

फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ को महिला केंद्रित और बोल्ड फिल्म होने के कारण केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की ओर से प्रमाण पत्र मिलने में काफी रुकावटों का सामना करना पड़ा। इस फिल्म की वितरक एकता कपूर हैं।

एकता ने कहा कि जब फिल्म के बारे में उन्होंने सुना तो उन्हें लगा कि यह उबाऊ फिल्म होगी, लेकिन जब उन्होंने इसे देखा तो उन्हें यह मनोरंजक और सशक्तीकरण को बढ़ावा देने वाली फिल्म लगी।

अलंकृता श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित इस फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, आहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर हैं। फिल्म चार ऐसी महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जो खुलकर अपनी जिंदगी जीना चाहती हैं।

एकता ने कहा कि हम ऐसी चीजों के बारे में बात करना पसंद नहीं करते, जो महिलाओं की जिंदगी में मौजूद है। उन्हें बस बच्चे पैदा करने लायक ही समझा जाता है।

उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी का सम्मान करती हैं और उन्हें पूरा यकीन है कि वह जो कुछ कर रहे हैं, उसके पीछे एक वैचारिक प्रक्रिया है।

एकता ने उम्मीद जताई है कि दर्शक फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ को बहुत पसंद करेंगे।

फिल्म 21 जुलाई को रिलीज हो रही है।

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प्रादेशिक

अजय देवगन की फिल्म ‘सन ऑफ सरदार’ के निर्माता अश्विनी धीर के बेटे का कार एक्सीडेंट में निधन

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मुंबई। अजय देवगन अभिनीत फिल्म ‘सन ऑफ सरदार’ के निर्माता अश्विनी धीर के बेटे का निधन हो गया है। मुंबई में एक कार दुर्घटना के दौरान उनके बेटे जलज की मौत हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक जलज धीर अपने तीन दोस्तों के साथ कार में सवार थे और उनका एक दोस्त नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था। इस खबर के सामने आने के बाद अश्विनी धीर का पूरा परिवार शोक में डूब गया है।

खबरों की माने तो, हादसे के वक्त जलज धीर अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ कार में थे। कार कथित तौर पर 120-150 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी जब वह विले पार्ले में सर्विस रोड और पुल के बीच डिविजन से टकरा गई। जलज के अलावा उनके दोस्त सार्थक कौशिक ने भी दम तोड़ जिया है जबकि उनके अन्य दो दोस्तों को मामूली चोटें आई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाड़ी जलज का दोस्त साहिल मेंधा चला रहा था और कथित तौर पर नशे में था।

सामने आई जानकारी के अनुसार, जलज धीर के घर पर उनके दोस्त पहुंचे थे जिन्होंने रात करीब तीन बजे तक वीडियो गेम खेला। इसके बाद सभी दोस्त लॉन्ग ड्राइव पर निकल गए। पहले उन्होंने एक रेस्टोरेंट में खाना खाया, फिर करीब 4 बजे गोरेगांव ईस्ट वापस आने के लिए निकल गए। खबरों की माने तो, ड्राइविंग करते वक्त साहिल का कंट्रोल खो गया और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई, जिसमे उसकी मौत हो गई।

 

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