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अन्तर्राष्ट्रीय

मिस्र, खाड़ी देशों की मांगों पर कतर का रुख नकारात्मक

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काहिरा, 6 जुलाई (आईएएनएस)| मिस्र के विदेश मंत्री सामेह शौक्री ने बुधवार को कहा कि मिस्र और खाड़ी देशों की मांगों को लेकर कतर की प्रतिक्रिया नकारात्मक थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शौक्री ने काहिरा में कतर पर लगे प्रतिबंधों पर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के साथ हुई चर्चा के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की।

उन्होंने कहा, हमने कतर संकट से उपजे हालिया घटनाक्रमों और इससे निपटने के तरीकों पर चर्चा की।

गौरतलब है कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र ने पांच जून को कतर के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए थे और उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे।

इसके बाद चार अरब देशों ने कतर के साथ संकट खत्म करने के लिए 13 मांगों की सूची जारी की थी, जिसमें अल-जजीरा टेलीविजन बंद करने और ईरान के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने संबंधी मांगे भी हैं।

इसके बाद चारों अरब देशों ने बुधवार को कहा कि उन्हें कुवैत के जरिए कतर का जवाब मिला है। गौरतलब है कि कुवैत इस संकट से उबारने में मदद के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है।

शौक्री ने कहा, कतर द्वारा लगातार आतंकवाद को समर्थन देने को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए जल्द ही बहरीन में एक बैठक होने जा रही है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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