Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

बिहार में महागठबंधन में ‘सुलह’ पर संशय

Published

on

Loading

पटना, 19 जुलाई (आईएएनएस)| बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद भले ही विवाद शांत होता दिख रहा है, परंतु महागठबंधन में स्थिति पूरी तरह सहज हो गई है, ऐसा नहीं कहा जा सकता। राजद के नेता इस मुलाकात के बाद दावा कर रहे हैं कि संवादहीनता समाप्त होते ही सबकुछ सामान्य हो गया है। पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने बुधवार को लालू प्रसाद से उनके आवास पर मुलाकात के बाद दावा किया कि तेजस्वी और नीतीश की मुलाकात बाद सभी विवाद समाप्त हो गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कहीं कोई विवाद था ही नहीं, यह तो केवल संवादहीनता थी।

इस मुलाकात के बाद जद (यू) के नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जद (यू) के प्रवक्ता संजय सिंह से इस संदर्भ में पूछने पर कहा कि अभी इस मामले पर वह कुछ नहीं बोलेंगे।

जद (यू) के एक अन्य प्रवक्ता अजय आलोक इतना जरूर कहते हैं कि मुख्यमंत्री से मंत्रिमंडल का कोई भी सदस्य मिल सकता है। इसमें कोई बात नहीं है।

वैसे, जद (यू) के एक नेता ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा, पार्टी अभी भी अपनी मांगों पर कायम है। तेजस्वी को सबूत के साथ जनता के सामने आरोपों पर सफाई देनी ही होगी, अपनी संपत्ति के स्रोत सामने रखने ही होंगे।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार देर शाम बिहार मंत्रिमंडल की बैठक के बाद तेजस्वी ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और दोनों नेताओं के बीच कररीब आधा घंटे तक बातचीत हुई थी।

इधर, इस मुलाकात के बाद मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने नीतीश कुमार के रहस्यमयी चुप्पी पर चुटकी लेते हुए कहा है कि नीतीश अपने ‘जीरो टालरेंस’ की नीति से समझौता कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जद (यू) को नीतीश और तेजस्वी की हुई बातों को सार्वजनिक करना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने लालू प्रसाद और बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं उनके बेटे तेजस्वी यादव सहित उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने सात जुलाई को पटना सहित देशभर के 12 स्थानों पर छापेमारी की थी। यह मामला वर्ष 2004 का है, जब लालू प्रसाद देश के रेलमंत्री थे। आरोप है कि उन्होंने रेलवे के दो होटलों को एक निजी कंपनी को लीज पर दिलाया और उसके एवज में उन्हें पटना में तीन एकड़ जमीन दी गई। इसके बाद जद (यू) ने तेजस्वी से जनता के सामने आरोपों पर तथ्यों के साथ सफाई देने की मांग रखी है।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार देगा डोमिनिका, कोरोना के समय भेजी थी 70 हजार वैक्सीन

Published

on

Loading

डोमिनिका। कैरेबियाई देश डोमिनिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार- ‘डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करेगा। भारतीय प्रधानमंत्री को कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका की मदद करने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है।भारत ने फरवरी 2021 में डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के 70 हजार डोज भेजे थे। यह वैक्सीन डोमिनिका और उसके पड़ोसी अन्य कैरेबियाई देशों के काम आई थी। भारतीय प्रधानमंत्री के डोमिनिका के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग के लिए यह अवॉर्ड दिया जा रहा है।

डोमिनिका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन भारत-कैरिबियन समुदाय (कैरिकॉम) शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी को डोमिनिका सम्मान से सम्मानित करेंगी। डोमिनिका के पीएम ऑफिस के आधिकारिक बयान में कहा गया, “फरवरी 2021 में, प्रधानमंत्री मोदी ने डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की 70,000 खुराकें उपलब्ध कराईं। एक उदार उपहार जिसने डोमिनिका को अपने कैरेबियाई पड़ोसियों को सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाया।” इसमें कहा गया कि यह पुरस्कार पीएम मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए भारत के समर्थन को मान्यता देता है।

बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए पुरस्कार की पेशकश स्वीकार की। इसके मुताबिक पीएम मोदी ने इन मुद्दों को हल करने में डोमिनिका और कैरिबियन के साथ काम करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। ये सम्मान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और दूरदर्शिता का प्रतिबिंब हैं, जिसने वैश्विक मंच पर भारत के उदय को मजबूत किया है। यह दुनिया भर के देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को भी दर्शातें हैं।

 

Continue Reading

Trending