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बराला मामले पर दिल्ली विधानसभा में हंगामा

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नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)| दिल्ली विधानसभा के मॉनसून सत्र का पहला दिन हंगामे के साथ शुरू हुआ और भाजपा सदस्यों ने चंडीगढ़ में एक आईएएस अधिकारी की बेटी का प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बेटे द्वारा पीछा किए जाने के मामले पर चर्चा का जमकर विरोध किया। हंगामे के चलते अध्यक्ष को दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। पहली बार कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित की गई, जबकि दूसरी बार पूरे 30 मिनट सदन की कार्यवाही स्थगित रही।

भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए एकसाथ नारेबाजी शुरू की, जिसके चलते अध्यक्ष को पहली बार सदन स्थगित करना पड़ा।

इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल से चंडीगढ़ में आईएएस अधिकारी की बेटी वर्णिका कुंडू का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला द्वारा पीछा किए जाने के मामले पर चर्चा करवाए जाने की मांग की गई।

इसका विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में बीते रविवार को सीवर की सफाई के दौरान जहरीली गैस के चलते तीन सफाईकर्मियों की मौत के मुद्दे पर भी चर्चा होनी चाहिए।

गोयल ने विजेंदर की आपत्ति पर कहा, कुंडू का मामला बेहद गंभीर है। आप इसके महत्व का सम्मान नहीं कर रहे।

इतना सुनते ही विजेंदर ने दो अन्य भाजपा सदस्यों -जगदीश प्रधान और मनजिंदर सिंह सिरसा- के साथ अध्यक्ष के आसन की ओर जाकर नारेबाजी शुरू कर दी और सफाईकर्मियों की मौत पर चर्चा की मांग करने लगे।

इस पर ‘वी स्टैंड फॉर वर्णिका’ नारे लिखी तख्तियां लिए आप के 10-12 सदस्य भी अध्यक्ष के आसन की ओर चले गए।

गोयल ने सभी सदस्यों को अपनी-अपनी सीटों पर लौटने का निर्देश दिया।

उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कुंडू मामले पर बोलने की कोशिश की, लेकिन हंगामे के बीच वह अपनी बात रख नहीं पाए।

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नेशनल

सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए बनेगा कानून – केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव

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नई दिल्ली। लोकसभा में हगामे के बीच बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने प्रश्नकाल के दौरान सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट का मुद्दा उठाया। अरुण गोविल के सवाल का जवाब में देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों के लिए मौजूदा कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता है। हमारे देश की संस्कृति और उन देशों की संस्कृति के बीच बहुत अंतर है जहां पर ओटीटी पर अश्लील कंटेंट आते है।

केंद्रीय मंत्री ने आम सहमति बनाने का किया अनुरोध

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं चाहूंगा कि स्थायी समिति इस मुद्दे को उठाए। मौजूदा कानून को मजबूत करने की जरूरत है और मैं इस पर आम सहमति का अनुरोध करता हूं। मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री भी चलाई जाती है।

नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है सरकार

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि पहले कोई चीज पब्लिश करने के लिए संपादकीय टीम होती थी। इसकी वजह से कोई अश्लील कंटेंट पब्लिश नहीं होता था। जो अब नहीं है। अश्विनी वैष्णव ने यह बयान उनके डिप्टी एल मुरुगन द्वारा यह पुष्टि किए जाने के एक महीने बाद आया है कि सरकार ओटीटी सामग्री को विनियमित करने के लिए एक नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है।

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