Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

ताजमहल में पढ़ी गई शिव चालीसा, कट गया हंगामा

Published

on

Loading

आगरा। ताजमहल को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे। उसी कड़ी में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को स्मारक के वीडियो प्लेटफॉर्म पर शिव चालीसा का पाठ किया। रोकने पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों से उनकी तीखी तकरार हुई। सीआईएसएफ ने सभी को पकड़ लिया तो हंगामा हो गया।

26 अक्टूबर को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आगरा के ताजमहल का दौरा करने आ रहे हैं। उनका इस विश्व विख्यात इमारत में 30 मिनट तक रुकने का कार्यक्रम हैं। हालांकि उनके आने से तीन दिन पहले सोमवार को अलीगढ़ और हाथरस के हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता ताजमहल पहुंच गए। वे अपने साथ कथित रूप से शिव चालीसा लेकर आए थे। ताजमहल में पहुंचने के बाद वीडियो प्लेटफॉर्म पर शिव चालीसा का पाठ किया। इसके बाद सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया।

हिन्दू युवावाहिनी के अलीगढ़ के महानगर अध्यक्ष भारत गोस्वामी ने कहा कि हिंदूवादी सरकार में ‘तेजोमहालय’ में पूजा से रोका गया है। सोमवार को शिव की पूजा की जाती है, इसलिए ‘तेजोमहालय’ में शिव चालीसा का पाठ किया। इस संबंध में अधीक्षण पुरातत्वविद् (आगरा) विक्रम भुवन ने बताया कि उक्त लोग मोबाइल में कुछ देख रहे थे। इस दौरान सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें देख लिया और बताया कि वे उक्त पाठ कर रहे हैं। बाद में इन लोगों द्वारा अपनी गलती स्वीकारने के बाद सीआईएसएफ ने उन्हें छोड़ दिया। इन लोगों के पास कोई किताब नहीं थी।

गौरतलब है कि ताज को लेकर बीजेपी विधायक संगीत सोम ने 17वीं शताब्दी की इस इमारत को भारतीय विरासत में स्थान दिए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इतिहास दोबारा लिखा जाएगा और इसमें से मुगल बादशाहों के नाम को हटा दिया जाएगा। वहीं योगी सरकार ने पर्यटन विभाग की बुकलेट से ताजमहल का नाम पर्यटन क्षेत्रों की सूची से कथित रूप से हटा दिया गया। हालांकि बाद में विवाद होने पर ताजमहल को उत्तर प्रदेश सरकार ने 2018 के कैलेण्डर में प्रमुखता से जगह दी।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending