प्रादेशिक
अब लखनऊ में हज कमेटी का ऑफिस भी हुआ केसरिया
लखनऊ। प्रदेश की राजधानी में मुख्यमंत्री के कार्यालय के साथ ही अन्य कई महत्वपूर्ण भवनों के बाद अब राज्य हज समिति कार्यालय पर भी भगवा रंग चढ़ गया है। हरे और सफेद रंग की हज हाउस की दीवारें शुक्रवार को केसरिया रंग में नजर आईं।
सफेद रंग में नजर आने वाला सीएम ऑफिस भी अक्टूबर 2017 में केसरिया रंग में रंग दिया गया था। सूबे में बीजेपी सरकार के आने के बाद से सरकारी कामकाज में भगवा रंग का प्रयोग तेजी से बढ़ा है। करीब 100 प्राइमरी स्कूल, बहुत सारे थाने वगैरह भगवा रंग में रंगे जा चुके हैं। इसके अलावा सरकारी कार्यक्रमों के पंडाल भी केसरिया ही लग रहे हैं।
इसी कड़ी में हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारों को भी भगवा रंग में रंग दिया गया है। इससे पहले हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारों पर हरा तथा सफेद रंग लगा था। अब उसके ऊपर भगवा रंग चढ़ गया है।
सरकार के इस कदम की मुस्लिम उलेमाओं में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। शहर काजी मौलाना अबुल इरफ़ान मियां फिरंगी महली ने कहा कि अब यही सुनने को बचा है कि सरकार एक दिन हुक्म जारी करेगी की हाजियों को अब हज भी भगवा वस्त्रों में करना पड़ेगा।
हज राज्य मंत्री ने किया बचाव
सरकार का बचाव करते हुए हज राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि ऐसे मामलों को तूल देने की कोई जरूरत नहीं है। केसरिया रंग ऊर्जा का प्रतीक है। अब भवन अच्छा दिख रहा है। विपक्ष के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, लिहाजा वह ऐसे मुद्दों को उछाल रहा है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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