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नेशनल

बिहार में नदी तटों पर लगाए जाएंगे नारियल के पौधे : राधा मोहन

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पटना, 27 जनवरी (आईएएनएस)| केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने यहां शनिवार को कहा कि बिहार में नारियल के उत्पादन, उत्पादकता, नारियल उत्पादों के प्रसंस्करण, मूल्यवर्धन, विपणन एवं निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में नदियों के किनारे नारियल के पौधे लगाए जाएंगे। पटना में नारियल विकास बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय भवन के उद्धघाटन के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में नारियल से जुड़ी योजनाओं को लागू करने के लिए वर्ष 2014 से वर्ष 2017 तक कुल 409.01 लाख रुपये नारियल विकास बोर्ड द्वारा मंजूर किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार में नारियल की खेती को लेकर लोगों को प्रोत्साहित कर रही है।

उन्होंने कहा, बिहार में 14,900 हेक्टेयर भूमि में नारियल की खेती होती है। नारियल विकास बोर्ड का अनुमान है कि बिहार में तकरीबन 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नारियल की खेती हो सकती है। ऐसे में किसान प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण लेने वाले किसान नारियल की खेती की ओर प्रोत्साहित होंगे, जिससे नारियल के उत्पादन में बढ़ोतरी भी होगी और लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।

सिंह ने कहा कि विश्व में नारियल उत्पादन और उत्पादकता में भारत अग्रणी देश है। भारत का वार्षिक नारियल उत्पादन 20़.82 लाख हेक्टर में 2,395 करोड़ नारियल है और उत्पादकता प्रति हेक्टर 11,505 नारियल है।

कृषि मंत्री ने कहा कि देश में नारियल उत्पादन में लगातार वृद्घि दर्ज की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-15 में 421,040 लाख नट्स का उत्पादन हुआ, जबकि वर्ष 2015-17 के दौरान 444,050 लाख नट्स का उत्पादन हुआ।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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