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प्रभावशाली प्रवासियों के कारण दुनिया के नेता पहुंचते हैं स्वर्ण मंदिर

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चंडीगढ़, 28 जनवरी (आईएएनएस)| कनाडा के युवा प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो अगले माह जब सिखों के प्रसिद्ध पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर परिसर का दौरा करेंगे तो वह यहां से एक बड़ा राजनीतिक संदेश वापस घर ले जाएंगे।

अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों में पंजाबियों, खासकर सिखों की एक बड़ी आबादी निवास करती है। इन देशों के नेता जब भी भारत आते हैं, स्वर्ण मंदिर की यात्रा उनके कार्यक्रम का एक अहम हिस्सा होता है।

मंदिर की यात्रा करने वाले टड्रो पहले कनाडाई शीर्ष नेता नहीं हैं।

इससे पहले, तत्कालीन कनाडाई प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने 2009 में स्वर्ण मंदिर का दौरा किया था। उन्होंने मंदिर में प्रार्थना की थी और करीब एक घंटा मंदिर परिसर में बिताया था। हार्पर अपने यात्रा कार्यक्रम से हटकर अमृतसर की यात्रा करने को राजी हुए थे।

ब्रिटिश कोलंबिया और ओन्टेरियो जैसे कनाडाई प्रांतों के प्रमुख (मुख्यमंत्री के बराबर), संघीय मंत्री, संसद सदस्य और अन्य नेता अतीत में पंजाब के सिख तीर्थस्थलों का दौरा कर चुके हैं।

कनाडा सरकार ने पंजाबी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी है।

अमृतसर के एक शिक्षाविद रशपाल सिंह ने आईएएनएस को बताया, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों में पंजाब के प्रवासियों की एक बड़ी आबादी निवास करती है। कई लोगों ने इन देशों में अच्छा काम किया है और वे राजनीतिक से भी जुड़े हुए हैं।

प्रधानमंत्री डेविड कैमरन पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने स्वर्ण मंदिर का दौरा किया था। वह फरवरी 2013 में यहां आए थे। अक्टूबर 1997 में ब्रिटिश साम्राज्य की रानी एलिजाबेथ और उनके पति, राजकुमार फिलिप ने मंदिर का दौरा किया था।

लंदन के महापौर सादिक खान ने हाल ही में दिसंबर 2017 में प्रसिद्ध मंदिर का दौरा किया था। केन लिविंगस्टोन ने नवंबर 2007 में मंदिर का दौरा किया था, जब वह लंदन के महापौर थे।

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी भारत यात्रा के दौरान अक्टूबर 2010 में स्वर्ण मंदिर का दौरा किया था। उनका प्रस्तावित दौरा मंदिर में प्रवेश के दौरान सिर पर बांधे जाने वाले सरोपे को लेकर विवादों में घिर गया था। सिख धार्मिक परंपरा के अनुसार हर श्रद्धालु को मंदिर में अपना सिर ढकना होता है।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने दिसंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ स्वर्ण मंदिर का दौरा किया था।

स्वर्ण मंदिर में श्रद्धालुओं को लंगर परोसने वाले मोदी पहले प्रधानमंत्री थे।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अप्रैल 2016 में टड्रो को गुस्से से भरा खत लिखा था, जिसमें उन्होंने टोरंटो और वैंकूवर शहरों में पंजाबियों के साथ उनकी बैठकों की मंजूरी देने से इंकार करने के कनाडा सरकार के फैसले पर विरोध जताया था। कनाडा सरकार के साथ सिख कट्टरपंथियों द्वारा उठाई गई आपत्तियों के बाद उन्हें अपनी राजनीतिक रैलियों को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

गुस्साए अमरिंदर ने सार्वजनिक तौर पर कनाडा के पहले सिख रक्षामंत्री हरजीत सिंह सज्जन से मिलने से मना कर दिया था, जब वह अप्रैल में पंजाब के दौरे पर आए थे। अभी यह तय नहीं है कि अगले माह होने वाली टड्रो की अमृतसर यात्रा की मेजबानी अमरिंदर करेंगे या नहीं।

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महाराष्ट्र के वाशिम में बोले सीएम योगी- ‘बंटिए मत, बंटे थे तो कटे थे’, एक हैं तो सेफ हैं

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वाशिम। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के वाशिम में एक जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने एक बार अपना पुराना बयान दोहराया। सीएम योगी ने कहा कि बंटिए मत, क्योंकि जब भी बंटे थे तो कटे थे। एक हैं तो नेक हैं, एक हैं तो सेफ हैं। अपनी ताकत का एहसास करवाइए, जातियों में मत बंटना। इस दौरान सीएम योगी ने अयोध्या, काशी और मथुरा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में अभी भगवान राम ने दिवाली का आनंद लिया है। पूरी दुनिया ने देखा कैसे अयोध्या दीपों से जगमगा रही थी। ये तो शुरूआत है, केवल अयोध्या ही नहीं, अब तो हम काशी और मथुरा की तरफ भी बढ़ चुके हैं।

सीएम योगी ने आगे कहा कि वाशिम विधानसभा क्षेत्र में उमड़ा यह अपार जन सिंधु महाराष्ट्र में भाजपा की विजय गाथा लिखने जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस दुष्ट अफजल को मार गिराया था उसके नाम पर औरंगाबाद का नाम होना, याद करना इसको हटना ही चाहिए था, इसे संभाजीनगर के रूप में पहचान मिलनी ही थी। छत्रपति शिवाजी महाराज का संघर्ष हो या संभाजी महाराज का, हमें नई प्रेरणा देता है। छत्रपति शिवाजी महाराज हम सबको एकजुट करके लेकर गए थे। हर भारतवासी को अपने साथ जोड़े थे। अपनी सेना का हिस्सा बनाए थे।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में दो महा गठबंधन चुनाव लड़ रहे हैं। एक तरफ महायुति गठबंधन है और दूसरी और महा अघाड़ी के रूप में ‘महाअनाड़ी’ गठबंधन है। मैं अनाड़ी इसलिए कहता हूं जिसे राष्ट्र की चिंता नहीं हो, वह अनाड़ी ही होगा। एक समय था जब आतंकवादी देश में घुसकर विस्फोट करते थे, आज पीएम मोदी के नेतृत्व में कोई सीमा पर अतिक्रमण करता है तो उसका राम नाम सत्य हो जाता है। सीएम योगी ने वाशिम में शिवाजी बनाम औरंगजेब का वैचारिक मुद्दा उठाकर हिन्दुत्व को तेज धार देने वाली स्पीच दी।

योगी ने कहा कि जिस तरह से वाशिम विधानसभा क्षेत्र में लोग उमड़े हैं, यह महाराष्ट्र में भाजपा की विजय गाथा लिखने जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ताएं तो आएंगी-जाएंगी, लेकिन हमारा ‘भारत’ रहना चाहिए और ‘भारत’ दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनना चाहिए। विपक्षी कहते थे राम हुए नहीं, कृष्ण हुए नहीं, आज भले ये चुनाव में कह रहे हो लेकिन इन पर भरोसा मत करिएगा। राम हमारी रग-रग में हैं, कण-कण में हैं। इसके अलावा सीएम योगी ने आगे कहा कि बंटिए मत! क्योंकि जब भी बंटे थे तो कटे थे। एक हैं तो नेक हैं, एक हैं तो सेफ हैं।

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