नेशनल
‘मन की बात’ पर किसी और का पेटेंट, करुंगा ‘दिल की बात’ : शत्रुघ्न
नरसिंहपुर/जबलपुर 4 फरवरी (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर उन पर कई हमले बोले।
सिन्हा ने कहा कि चुनाव में जो वादे किए वे पूरे नहीं हुए, अब मन की बात कर रहे हैं, मैं मन की बात नहीं करुंगा क्योंकि उस पर तो किसी और का पेटेंट राइट है, इसलिए दिल की बात करुंगा। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में स्थापित हो रहे एनटीपीसी संयंत्र के कारण विस्थापित हुए किसानों और उन पर दर्ज प्रकरणों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठे पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा चार दिन से बैठे हैं। उनका समर्थन करने रविवार को यहां पहुंचे भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने किसानों के साथ हो रहे अन्याय पर चिंता जताई।
शॉट गन के नाम से मशहूर सिन्हा ने अपने भाषण में अंदाज नहीं बदला। उन्होंने कहा, मन की बात कर रहे हैं, करते जा रहे हैं, उसका प्रचार हो रहा है, प्रोपोगंडा हो रहा है, कोई सुने या न सुने मगर मन की बात कर रहे हैं, मन की बात पर किसी और का पेटेंट राइट है, इसलिए दिल की बात आप से कर रहा हूं।
सिन्हा ने चुनाव से पहले किए जाने वाले वादों का जिक्र करते हुए कहा, चुनाव से पहले तरह-तरह के वादे किए जाते हैं, जो चाहो वो वादा करा लो, हमारे राजनेता इस मामले में पीछे नहीं हैं। वे तो जहां नदी भी नहीं है, वहां पुल बनाने का वादा कर देते हैं, चुनाव खत्म होते ही सारे वादे भूल जाते हैं।
राष्ट्र मंच गठित किए जाने का मकसद बताते हुए सिन्हा ने कहा, यह विचार मंच है, जैसे लोहिया का विचार मंच था, जैसा जय प्रकाश नारायण का था, जैसा वी पी सिंह का था, यह कोई पार्टी नहीं है। लाइट माइंडिड प्यूपिल इससे जुड़ने आएं, सभी वर्गों के वे लोग जिन्हें अपनी बात कहने का मौका नहीं मिलता उन्हें यह मंच अवसर देगा।
उन्होंने आगे कहा, हम सब जानते हैं कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी होती है और पार्टी से बड़ा देश होता है, इसलिए देश के लिए यह मंच बनाया गया है। इस मंच को सभी दलों के साथियों का समर्थन मिला हुआ है। यह किसी दल के खिलाफ बगावत नहीं है, बल्कि देश को मजबूत करने, युवाओं को जगाने का मंच है। विचार का काम ही है, जब किसी सरकार का काम करने का तरीका सिर से ऊपर निकल जाए, तब उसे चेताने का है।
ज्ञात हो कि गाडरवारा में स्थापित हो रहे एनटीपीसी संयंत्र के लिए कई किसानों की जमीन को अधिग्रहित किया गया। उन्हें मुआवजा दिए जाने के साथ नौकरी देने का भी वादा किया गया। जब नौकरी नहीं दी तो किसानों ने प्रदर्शन किया। बाद में इन किसानों पर एससीएसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किए गए।
पूर्व वित्त मंत्री सिन्हा किसानों पर दर्ज प्रकरण वापस लेने सहित किसानों की अन्य मांगें पूरी कराने धरना दे रहे हैं। वे रात में भी धरना स्थल पर ही सोते हैं। प्रशासन ने लगातार उनसे धरना खत्म करने की गुजारिश की, मगर वे अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। वहीं प्रशासन उन्हें अपनी मजबूरियां बता रहा है कि दर्ज प्रकरणों को वैधानिक प्रक्रिया पूरी करने पर ही खत्म किया जा सकता है।
सिन्हा के धरना को आम आदमी पार्टी का भी समर्थन मिल चुका है। आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल भी उनके साथ धरने पर शनिवार से बैठ गए हैं। किसान नेता शिवकुमार शर्मा भी चार दिन से सिन्हा के साथ धरने पर बैठे हैं।
भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा नियमित उड़ान से रविवार शाम को मुम्बई से जबलपुर पहुंचे। वहां के डुमना विमानतल पर पत्रकारों के सवाल पर, उन्होंने कहा, वह छोटे भाई की हैसियत से यशवंत सिन्हा को समर्थन देने आए हैं किसानों की जिन मांगों को लेकर सिन्हा आंदोलन का रुख अख्तियार कर चुके है उसका वह समर्थन करते हैं।
शत्रुघ्न सिन्हा के मुताबिक, किसानों के साथ सदियों से अन्याय हो रहा है वहीं एनटीपीसी से प्रभावित किसान जिन मांगो को लेकर धरने पर बैठे हैं उस मुद्दे पर प्रदेश सरकार को हल निकालना चाहिए। सिन्हा जबलपुर से सड़क मार्ग से नरसिंहपुर पहुंचे।
अन्तर्राष्ट्रीय
पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार देगा डोमिनिका, कोरोना के समय भेजी थी 70 हजार वैक्सीन
डोमिनिका। कैरेबियाई देश डोमिनिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार- ‘डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करेगा। भारतीय प्रधानमंत्री को कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका की मदद करने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है।भारत ने फरवरी 2021 में डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के 70 हजार डोज भेजे थे। यह वैक्सीन डोमिनिका और उसके पड़ोसी अन्य कैरेबियाई देशों के काम आई थी। भारतीय प्रधानमंत्री के डोमिनिका के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सहयोग के लिए यह अवॉर्ड दिया जा रहा है।
डोमिनिका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन भारत-कैरिबियन समुदाय (कैरिकॉम) शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी को डोमिनिका सम्मान से सम्मानित करेंगी। डोमिनिका के पीएम ऑफिस के आधिकारिक बयान में कहा गया, “फरवरी 2021 में, प्रधानमंत्री मोदी ने डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की 70,000 खुराकें उपलब्ध कराईं। एक उदार उपहार जिसने डोमिनिका को अपने कैरेबियाई पड़ोसियों को सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाया।” इसमें कहा गया कि यह पुरस्कार पीएम मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए भारत के समर्थन को मान्यता देता है।
बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए पुरस्कार की पेशकश स्वीकार की। इसके मुताबिक पीएम मोदी ने इन मुद्दों को हल करने में डोमिनिका और कैरिबियन के साथ काम करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। ये सम्मान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और दूरदर्शिता का प्रतिबिंब हैं, जिसने वैश्विक मंच पर भारत के उदय को मजबूत किया है। यह दुनिया भर के देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को भी दर्शातें हैं।
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