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प्रादेशिक

योगी सरकार से नाराज अखाड़ा परिषद, कुंभ 2019 में शाही स्नान से किया इंकार

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इलाहाबाद। साधु-संतों की जानी-मानी संस्था अखिल भारतीय अखाडा परिषद ने कुंभ 2019 में शाही स्नान का बहिष्कार करने की घोषणा की। परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा में आयोजित बैठक में कहा कि सरकार द्वारा संत-महात्माओं की लगातार उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे देश-विदेश से शाही स्नान देखने के लिए कुंभ मेला आने वाले लोगों को मायूसी हो सकती है। बैठक में अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं की तीसरी सूची भी जारी की जिसमें दिल्ली के चक्रपाणि और संभल के प्रमोद कृष्णम का नाम शामिल है।

इलाहाबाद के श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन (निर्वाण) में हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि हमने उज्जैन और नासिक की तरह प्रयाग में भी अखाड़ों के स्थाई निर्माण की मांग की थी जो अभी तक पूरी नहीं हुई। उन्होंनेे कहा कि अखाड़ा परिषद ने अब यह निर्णय किया है कि हम सरकार से कोई सुविधा नहीं लेंगे और अब हम लोग आगामी कुंभ में शाही स्नान नहीं करेंगे। मेला आने में केवल आठ नौ महीने रह गए हैं। इस अवधि में स्थायी निर्माण कैसे होंगे?

उन्होंने कहा कि अखाडा ही कुंभ की शान हैं। अखाड़ों के शाही स्नान देखने के लिए विदेश भी लोग यहां पहुंचते हैं। साधु-संत अपने हिसाब से आएंगे और गंगा, यमुना और सरस्वती में आस्था की डुबकी लगाएंगे।

अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं की तीसरी लिस्ट भी जारी की। इस लिस्ट में दो मशहूर नामों को शामिल किया गया। लिस्ट में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणी महाराज और कल्कि फाउंडेशन के संस्थापक आचार्य प्रमोद कृष्णम को भी फर्जी बाबा घोषित किया गया है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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