Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

केजरीवाल ने की आप संयोजक पद से इस्तीफे की पेशकश

Published

on

दिल्ली,मुख्यमंत्री-अरविंद-केजरीवाल,आप,संयोजक,राष्ट्रीय

Loading

नई दिल्ली | आम आदमी पार्टी (आप) में जारी आंतरिक कलह की खबरों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के संयोजक पद से इस्तीफे की पेशकश की है। आप के एक सूत्र ने बुधवार को बताया कि केजरीवाल की ओर से यह पेशकश पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से एक दिन पहले की गई।

इस बीच, आप नेता योगेंद्र यादव ने भी बुधवार को कहा कि वह पार्टी ‘ना तोड़ेंगे, ना छोड़ेंगे, सुधरेंगे और सुधारेंगे।’ दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन करने वाली आप के शीर्ष नेतृत्व में तकरार की रपटें पार्टी के सत्ता में आने के एक माह के भीतर ही सामने आ गईं। वहीं, केजरीवाल के इस्तीफे की पेशकश को लेकर अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं। इनमें से एक के मुताबिक, उनहोंने 27 फरवरी को पार्टी सचिव पंकज गुप्ता को पत्र लिख कर कहा था कि वह आप के संयोजक पद से इस्तीफा देना चाहते हैं। एक अन्य के मुताबिक, केजरीवाल ने मंगलवार रात हाथ से लिखा एक नोट भेजा, जिसमें उन्होंने पार्टी के संयोजक पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है।

इस संबंध में आप नेता आशुतोष का कहना है कि उन्हें 27 फरवरी को लिखे गए पत्र के अलावा किसी और पत्र की जानकारी नहीं है। इन सबके बीच केजरीवाल मधुमेह से संबंधित प्राकृतिक उपचार के लिए बुधवार को बेंगलुरू रवाना हो गए। वह वहां 10 दिन रहेंगे। उन्होंने मंगलवार को कहा था कि उन्हें पार्टी के भीतर चल रही तकरार से बेहद दुख हुआ है और वह आहत हैं। आप के सूत्रों के अनुसार, पार्टी की 21 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अधिकांश सदस्य सर्वोच्च न्यायालय के वकील और आप के संस्थापक सदस्यों में से एक प्रशांत भूषण तथा राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव को राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से हटाए जाने के पक्ष में हैं।

योगेंद्र ने बुधवार को कहा, “जो समस्या दिख रही है, वह वास्तव में आगे बढ़ने का एक अवसर है।” उन्होंने कहा कि आप छोटी पार्टी है और सभी से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। योगेंद्र ने कहा कि पिछले तीन दिनों से पार्टी के स्वयंसेवियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से नेताओं से एकजुट रहने की अपील की है। उन्होंने कहा, “मैं आश्वस्त हूं कि हम शाम में आपको बता पाएंगे कि हम एक कदम आगे बढ़ गए हैं और न कि पीछे गए हैं।” उन्होंने हालांकि केजरीवाल के इस्तीफे की पेशकश पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

नेशनल

हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा -“पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री”

Published

on

Loading

राजस्थान। राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार (6 नवंबर) से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पांच दिवसीय हनुमंत कथा शुरू हुई. यहां बागेश्वर सरकार अपने मुखारविंद से भक्तों को धर्म और आध्यात्मिकता का संदेश देंगे. छोटी हरणी हनुमान टेकरी स्थित काठिया बाबा आश्रम के महंत बनवारीशरण काठियाबाबा के सानिध्य में तेरापंथनगर के पास कुमुद विहार विस्तार में आरसीएम ग्राउंड में यह कथा हो रही है.

इस दौरान बागेश्वर धाम सरकार ने भी मेवाड़ की पावन माटी को प्रणाम करते हुए सबका अभिवादन स्वीकार किया. हनुमंत कथा कहते हुए बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज ने हिंदू एकता और सनातन जागृति का संदेश दिया.

उन्होंने कहा, “हनुमानजी महाराज की तरह भेदभाव रहित होकर सबको श्रीरामजी से जोड़ने के कार्य से प्रेरणा लेते हुए सनातन संस्कृति से छुआछूत जातपात के भेदभाव को मिटाना है. अगर हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा. व्यास पीठ पर आरती करने का हक सभी को है. इसी के तहत भीलवाड़ा शहर के स्वच्छताकर्मी गुरुवार को व्यास पीठ की आरती करेंगे.”

हिंदू सोया हुआ है

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदू की बुरी दशा है। कुंभकर्ण के बाद कोई सोया है तो वह हिंदू सोया है। अब हिंदुओं को जागना होगा और घर से बाहर निकलना होगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारे तन में जब तक प्राण रहेंगे तब तक हम हिंदुओं के लिए बोलेंगे, हिंदुओं के लिए लड़ेंगे। अब हमने विचार कर लिया है कि मंच से हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि हमें ना तो नेता बनना है ना किसी पार्टी को वोट दिलाना है। हम बजरंगबली की पार्टी में है, जिसका नारा भी है- जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं।

 

 

 

Continue Reading

Trending