Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

भूकम्प संवेदनशील स्थानों पर लोगों को विशेष ट्रेनिंग देगी उत्तराखंड सरकार

Published

on

Loading

हाल ही में उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन पर बेहतर काम करने के लिए 8,500 बच्चों को आपदा प्रबंधन पर एक माह का प्रशिक्षण दिया गया है। वहीं अब उत्तराखंड सरकार ने महिला व युवा मंगल दलों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की वेबसाइट की शुरूआत की है।

शुक्रवार को सचिवालय में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,” सभी जिलाधिकारियों को हर वर्ष के अंत तक आपदा से निपटने के लिए पांच -पांच करोड़ रूपए की धनराशि दे दी जाए। इसके साथ ही स्थानीय लोगों को आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाए।” अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जिलों में आपदा प्रबंधन पर काम कर रहे महिला व युवा मंगल दलों को बचाव की ट्रेनिंग दी गई हैं, उन्हें समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाए।

उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की वेबसाइट।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की वेबसाइट और उसके लोगो का विमोचन किया। इसके अलावा उन्होंने प्राधिकरण की मोबाईल एप्लीकेशन की शुरूआत की।

इस मौके पर पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2013 की आपदा से संबधित बड़ी घटनाओं के बाद राज्य में एसडीआरएफ का गठन किया गया। वर्तमान में 50 थानों में एसडीआरएफ तैनात है। एसडीआरएफ की चार कंपनियां बनाई गई है। इसके साथ ही राज्य में 35 हजार बच्चों को आपदा से निपटने की सामान्य ट्रेनिंग तथा 8,500 बच्चों को एक माह का प्रशिक्षण दिया गया है। अभी तक एसडीआरएफ 341 छोटी-बड़ी आपदाओं में 4,858 लोगों का रेस्क्यू किया है।

मुख्यमंत्री ने आपदा आने के अति संवेदनशील स्थलों पर विशेष सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए हैं और भूकम्प की दृष्टि से अति संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर के वहां बचाव के लिए प्रभावी उपाय तलाशने की बात कही है। बैठक में वित्त मंत्री प्रकांश पंत, प्रमुख सचिव आनन्द वर्द्धन, सचिव भूपेन्द्र कौर औलख, आईजी जी.एस मार्तोलिया, निदेशक भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून बिक्रम सिंह, अपर सचिव आपदा प्रबन्धन सविन बंसल, अपर सचिव डाॅ. मेहरबान सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।

उत्तराखंड

केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता का किया धन्यवाद

Published

on

Loading

देहरादून: केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत से साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जनता का विश्वास बढ़ता जा रहा है। ब्रांड मोदी के साथ साथ ब्रांड धामी तेजी से लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं। इस उपचुनाव में विरोधियों ने मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ कुप्रचार करके निगेटिव नेरेटिव क्रिएट किया और पूरे चुनाव को धाम बनाम धामी बना दिया। कांग्रेस के शीर्ष नेता और तमाम विरोधी एकजुट होकर मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे। बावजूद इसके धामी सरकार की उपलब्धियों और चुनावी कौशल से विपक्ष के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। धामी के कामकाज पर जनता ने दिल खोलकर मुहर लगाई।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल नाम भर नहीं है, बल्कि एक ब्रांड हैं। मोदी के हर क्रियाकलाप का प्रभाव जनता के बड़े हिस्से को प्रभावित करता है इसलिए पिछले दो दशकों से वह देश के सबसे भरोसेमंद ब्रांड बने हुए हैं। ब्रांड मोदी की बदौलत केन्द्र ही नहीं राज्यों में भी भाजपा चुनाव जीतती चली आ रही है। उनके साथ ही राज्यों में भी भजपा के कुछ नेता हैं जो एक ब्रांड के रूप में अपनी पार्टी के लिए फयादेमंद साबित हो रहे हैं। तेजी से उभर रहे ऐसे नेताओं में से एक हैं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। सादगी, सरल स्वभाव, संवेदनशीलता और सख्त निर्णय लेने की क्षमता, ये वो तमाम गुण हैं जिनकी बदौलत पुष्कर सिंह धामी लोकप्रिय बनते जा रहे हैं। धामी ने उत्तराखण्ड में अपने कम समय के कार्यकाल में कई बड़े और कड़े फैसले लिए, जिससे देशभर में उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ। खासकर यूसीसी, नकलरोधी कानून, लैंड जिहाद, दंगारोधी कानून, महिला आरक्षण आदि निर्णयों से वह देश में नजीर पेश की चुके हैं। उनकी लोकप्रियता का दायरा उत्तराखण्ड तक ही सीमित नहीं है वह पूरे देश में उनकी छवि एक ‘डायनेमिक लीडर’ की बन चुकी है।

 

Continue Reading

Trending