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फीफा विश्व कप : सलाह पर संशय के बीच जीत की आस लेकर उतेरगा मिस्र (प्रीव्यू)

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एकातेरिनबर्ग (रूस), 14 जून (आईएएनएस)| फीफा विश्व कप के दूसरे मैच में शुक्रवार को दो बार की पूर्व विजेता उरुग्वे का सामना मिस्र से होगा। दोनों टीमें ग्रुप-ए के दूसरे मैच में एकातेरिना स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों की ख्वाहिश विश्व कप की शुरुआत जीत के साथ करने की होगी, लेकिन इस जद्दोजहद में कौन बाजी मारेगा यह मैच के दिन ही पता चलेगा।

मिस्र ने लगभग 28 साल बाद विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया है। जब मिस्र ने इस टूर्नामेंट में जगह बनाई थी तो पूरे देश में खुशी का माहौल था, लेकिन विश्व कप से पहले मिस्र को बड़ा झटका लगा। उसके स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह को यूईएफए चैम्पियनशिप के फाइनल में लीवरपूल से खेलते हुए कंधे में चोट लग गई थी।

वह पहले मैच में खेलेंगे या नहीं इस पर अभी स्थिति साफ नहीं है। कुछ दिनों पहले खबर थी कि सलाह पहले मैच में मैदान पर नहीं उतरेंगे, लेकिन बाकी के दोनों मैचों में वह उपलब्ध रहेंगे। इस खबर पर हालांकि अभी आधिकारिक मुहर लगना बाकी है।

दो बार की विश्व विजेता उरुग्वे के रूप में मिस्र के सामने बड़ी चुनौती है। ऊरुग्वे ने बीते दो विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया था। 2010 में खेले गए विश्व कप में तो इस दक्षिण अमेरिकी देश ने चौथा स्थान हासिल किया था। 2014 में ब्राजील में हालांकि टीम अंतिम-16 से ही बाहर हो गई थी।

उस विश्व कप से इस विश्व कप में उरुग्वे की टीम ज्यादा अनुभवी है, हालांकि टीम का दारोमदार एक बार फिर स्टार स्ट्राइकर लुइस सुआरेज पर है। वहीं ए़िडसन कवानी सुआरेज के साथ जिम्मेदारी साझा करेंगे।

मिस्र की टीम सभी चीजों से भलीभांती परिचित है, लेकिन उसकी कोशिश अच्छा परिणाम हासिल करने की होगी। सलाह की गैरमौजूदगी में कोच हेक्टर कपर के पास माहमुद त्रेजेगुएट और रमादान सोभी के रूप में दो अच्छे विकल्प हैं। मिस्र के कोच अपनी रक्षात्मक शैली के रूप में जाने जाते हैं और इस मैच में मिस्र इसी रणनीति के साथ उतर सकता है।

उरुग्वे के पास अपने इतिहास को बदलने का मौका है। वह 1970 के बाद से कभी भी विश्व कप की शुरुआत जीत के साथ नहीं कर पाई। इस बार उसके सामने उससे कमजोर विपक्षी तो हो सकता है कि उरुग्वे इस इतिहास को यहीं तक ही सीमित कर दे।

टीमें :

उरुग्वे :

गोलकीपर : मार्टिन कम्पाना, फनार्डो मुस्लेरा, मार्टिन सिल्वा।

डिफेंडर : मार्टिन सेसेरस, सेबेस्टियन कोएट्स, जोस मारिया गिमेंज, डिएगो गोडिन, मेक्सिमिलियानो पीयरा, गेस्टन सिल्वा, गुइलेरमो वरेला।

मिडफील्डर : जिर्योजियन डी एरास्कीटा, रोड्रिगो बेंटाकुर, डिएगो लेक्जेल्ट, नाहितन नांदेज, क्रिस्टियन रोड्रिगेज, कार्लोस सांचेज, लुकास टोरीयरा, मेटियास वेसीनो, जोनाथन यूरेताविस्कय।

फारवर्ड : एडिंसन कवानी, मेक्सिमिलियानो गोमेज, लुइज सुआरेज, क्रिस्टियन स्टॉनी।

मिस्र :

गोलकीपर : एसाम अल हादरी, मोहम्मद एल सेहेनावी, शेरिफ एकरामी, मोहम्मद अवद।

डिफेंडर : अहमद फताही, साद सामीर, अयमान अशरफ, मेहमुद हमदी, मोहम्मद अबदेव शाफी, अहमद हेगाजी, अली गाबेर, अहमद अल मोहम्मदी, करीम हफीज, ओमर गाबेर, आम्रो गाबेर, अम्रो तारेक।

मिडफील्डर : तारेह हमीद, मेहमुद अबदेल अजीज, शिकाबाला, अबदल्लाह अल साइद, सैम मोर्सी, मोहम्मद अलनी, मेहमुद इखाराबल, रमदान सोभी, मेहमुद ट्रेजेगुएटल, अमर वार्डा।

फॉरवर्ड : मारवान मोहेसेन, अहमद गोमा, अहमद हसन, मोहम्मद सलाह

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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