Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

खाद्य तेल पर आयात शुल्क बढ़ने से तिलहनों में तेजी

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)| खाद्य तेल पर आयात शुल्क बढ़ने से शुक्रवार को घरेलू बाजार में तेल और तिलहनों में तेजी दर्ज की गई। सरसों, सोयाबीन, सूर्यमुखी तेल के हाजिर भाव में उछाल के साथ-साथ वायदा भी तेज था। केंद्र सरकार ने सोयाबीन, कनोला, सूर्यमुखी और मूंगफली के कच्चा तेल और रिफाइंड तेल के आयात पर पांच से 10 फीसदी आयात शुल्क बढ़ा दिया है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) की ओर गुरुवार की शाम जारी अधिसूचना के अनुसार, कच्चा सोयाबीन तेल पर आयात शुल्क 30 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया गया है जबकि रिफाइंड सोयाबीन तेल पर आयात शुल्क 35 फीसदी से बढ़ाकर 45 फीसदी कर दिया गया है।

कनोला तेल पर आयात शुल्क 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया गया है। वहीं, सूर्यमुखी के कच्चे तेल पर आयात शुल्क 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया गया जबकि रिफाइंड सूर्यमुखी तेल पर आयात शुल्क 35 फीसदी से बढ़कर 45 फीसदी हो गया है। कच्चा मूंगफली तेल पर आयात शुल्क 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी और रिफाइंड मूंगफली तेल पर आयात शुल्क 35 फीसदी से बढ़ाकर 45 फीसदी कर दिया गया है।

इससे पहले मार्च महीने में केंद्र सरकार ने कच्चा पाम तेल पर आयात शुल्क 30 फीसदी से बढ़ाकर 44 फीसदी और रिफाइंड पाम तेल के आयात पर शुल्क 40 फीसदी से बढ़ाकर 54 फीसदी कर दिया था।

देसी खाद्य तेल उद्योग संगठन उसी समय से सोयाबीन, सूर्यमुखी और अन्य खाद्य तेलों का आयात प्रतिबंधित करने के लिए आयात शुल्क बढ़ाने की मांग कर रहे थे।

उद्योग संगठन सेंट्रल ऑरगेनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एडं ट्रेड (कुइट) के प्रेसिडेंट लक्ष्मीचंद अग्रवाल ने कहा, हम काफी समय से तेल पर आयात शुल्क बढ़ाने की मांग कर रहे थे। सरकार ने हमारी मांग मान ली है इससे विदेशों से तेल का आयात कम होगा और घरेलू बाजार में तेल व तिलहन के भाव में सुधार होगा जिसका फायदा किसानों को मिलेगा।

देश के सबसे बड़े सरसों के बाजार जयपुर में कंडीशन सरसों शुक्रवार को पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले 30 रुपये की तेजी के साथ 4110 रुपये प्रति क्विंटल था। जयपुर में कच्ची घानी सरसों तेल भी 13 रुपये की बढ़त के साथ 815 रुपये प्रति 10 किलोग्राम था।

सोयाबीन का प्लांट रेट भी 35-40 रुपये ऊंचे भाव पर 3450-3550 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा था। बेंचमार्क बाजार इंदौर में सोयाबीन तेल 15 रुपये की तेजी के साथ 740-745 रुपये प्रति 10 किलोग्राम था।

काकीनाडा में रिफांइड सूर्यमुखी तेल 45 रुपये की तेजी के साथ 800 रुपये प्रति 10 किलोग्राम था।

वहीं, वायदा में नेशनल कमोडिटी एंड डेरीवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीएक्स) पर भारतीय समयानुसार शाम 4.14 बजे सरसों का जुलाई वायदा 17 रुपये की तेजी के साथ 4023 रुपये प्रति क्विं टल पर बना हुआ था। वहीं, सोयाबीन का जुलाई वायदा 18 रुपये की तेजी के साथ 3,475 रुपये प्रति क्विं टल था।

तेल-तिलहन बाजार के जानकार मुंबई के सलिल जैन ने बताया कि आयात शुल्क बढ़ने से भारतीय बाजार में और ज्यादा तेजी देखने को मिलती अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबोट) पर सोयाबीन में मंदी नहीं रहती। उन्होंने कहा, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मसलों को लेकर टकराव की स्थिति दोबारा पैदा हो रही है जिससे सीबोट पर सोयाबीन में मंदी का रुख देखा जा रहा है।

Continue Reading

नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

Published

on

Loading

नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

Continue Reading

Trending