Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

भारत में ख्रुलेगी ट्रांसफॉर्मेशनल लीडरशिप यूनिवर्सिटी

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)| दुनिया भर में क्वांटम एक्टिविज्म मूवमेंट के संस्थापक डॉ. अमित गोस्वामी ने गुरुवार को भारत में ट्रांसफॉर्मेशनल लीडरशिप यूनिवर्सिटी खोलने की घोषणा की। इसे क्वांटम एक्टिविज्म विश्वालयम नाम दिया गया है।

गोस्वामी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित भौतिक विज्ञानी और दूरदर्शी हैं, जिन्होंने एक दशक पहले अमेरिका में अपने क्वांटम एक्टिविज्म मूवमेंट के विस्तार के रूप में क्वांटम एक्टिविज्म विलेज फाउंडेशन का निर्माण किया था।

गोस्वामी ने भारत में अपने विश्वविद्यालय की शुरुआत की घोषणा करते हुए कहा, हमें भारत के रूप में एक स्थायी घर मिल गया है, जो कि सेंटर ऑफ क्वांटम एक्टिविज्म का वैश्विक मुख्यालय होगा। भारत, अर्जेटीना, ब्राजील, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के सर्विस माइंडेड पेशेवरों का एक समूह मानता है कि सार्वभौमिक चेतना के सपने को साकार करने के लिए एक प्लेटफार्म पर आना जरूरी है। हम ऐसे लोगों को सामने लाना चाहते हैं जो अपनी रचनात्मक क्षमता का उपयोग दुनिया को बदलने में मदद करेंगे।

भारत में ऐसे पहले शैक्षणिक सेट-अप का ऐलान करते हुए क्वांटम एक्टिविज्म विलेज फाउंडेशन के सीईओ दिनेश कुकरेजा ने कहा, हम 100 करोड रुपए के शुरूआती निवेश के साथ क्वांटम एक्टिविज्म विश्वालयम की स्थापना करने जा रहे हैं, जिसमें एक कम्युनिटी लिविंग स्पेस भी होगा। विश्वालयम लगभग 300 एकड़ जमीन पर फैला होगा जिसमें समग्र जीवन को बढ़ावा देने, पूरी तरह से आत्मनिर्भर होने और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से पेशेवरों और नेताओं के लिए परिवर्तनकारी शिक्षण और सीखने के लिए वातावरण प्रदान किया जाएगा।

विश्वालयम ने क्वांटम साइंस और कॉन्शस लीडरशिप में एक वर्षीय सर्टिफिकेशन पाठ्यक्रम शुरू कर दिया है। इस कोर्स में दो सेमेस्टर होंगे, पहले सेमेस्टर में स्व-विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और दूसरे सेमेस्टर में पेशेवर विकास और एकीकरण पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

एक साल के इस पाठ्यक्रम में 20 दिनों का गहन कक्षा शिक्षण सत्र शामिल होगा और शेष पाठ्यक्रम इंटरनेट के माध्यम से दिया जाएगा। इसका उद्देश्य हमारे जीवन में चेतना के विज्ञान को एकीकृत करके आजीविका कमाने के साधनों के साथ सही सोच और सही जीवन के सही तरीके से अभ्यास करना है। पाठ्यक्रम में क्लासरूम टीचिंग और डिस्टेंस लनिर्ंग मॉड्यूल का संयोजन होगा।

Continue Reading

नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

Published

on

Loading

नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

Continue Reading

Trending