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मुख्य समाचार

चैम्पियंस लीग : लिवरपूल को मुश्किल और रियल मेड्रिड को मिला आसान ग्रुप

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न्योन (स्विट्जरलैंड), 31 अगस्त (आईएएनएस)| यूरोपीय चैम्पियंस लीग के आगामी सीजन के लिए इंग्लैंड के शीर्ष क्लब में से एक मैनचेस्टर युनाइटेड को इटली के क्लब जुवेंतस के साथ ग्रुप-एच में डाला गया है। जुवेंतस और युनाइटेड के आलावा इस ग्रुप में स्पेनिश क्लब वालेंसिया और स्विट्जरलैंड के क्लब यंग बॉयज को भी रखा गया है। ग्रुप स्तर में हर टीम को एक-दूसरे के खिलाफ होम और अवे मैच खेलना होता है और इस समर ट्रांसफर विंडो में जुवेंतस में शामिल हुए क्रिस्टियानो रोनाल्डो एक बार फिर अपने पुराने क्लब मैनचेस्टर युनाइटेड के खिलाफ खेलने के लिए ओल्ड ट्रैफर्ड पर लौटेंगे।

इंग्लिश क्लब टोटेनहम हॉटस्पर को मौजूदा स्पेनिश चैम्पियन एफसी बार्सिलोना के साथ ग्रुप बी में रखा गया है। इन दो दिग्गज क्लबों के अलावा इस ग्रुप में डच क्लब पीएसवी आइंडहोवन और इटली के क्लब इंटर मिलान को जगह दी गई है। मिलान ने आखिरी बार 2010 में चैम्पियंस लीग का खिताब अपने नाम किया था।

स्पेनिश क्लब एटलेटिको मेड्रिड को जर्मन क्लब बोरुशिया डार्टमंड और फ्रेंच क्लब मोनाको के साथ ग्रुप-ए में जगह दी गई है। इस ग्रुप में चौथी टीम बेल्जियम की क्लब बुर्ग है।

पिछले सीजन चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचने वाले इंग्लिश क्लब लिवरपूल को भी मुश्किल ग्रुप मिला है। लिवरपूल को ग्रुप-सी में फ्रेंच लीग की मौजूदा चैम्पियन पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी), इटली के क्लब नेपोली और सर्बिया के क्लब रेड स्टार बेलग्रेड के साथ रखा गया है।

चैम्पियंस लीग की मौजूदा चैम्पियन स्पेनिश क्लब रियल मेड्रिड को आसान ग्रुप मिला है। उसे ग्रुप-जी में इटली के क्लब रोमा, रूसी क्लब सीएसके मॉस्को और चेक गणराज्य के क्लब विक्टोरिया प्लजेन के साथ जगह दी गई है।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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