Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया : शिवसेना

Published

on

Loading

मुंबई, 31 अगस्त (आईएएनएस)| केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली भले ही देश की अर्थव्यवस्था को परवान चढ़ाने का दावा करें, लेकिन सरकार में साझेदार शिवसेना ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर 2016 में 500 व 1000 रुपये की नोटबंदी को लेकर फिर हमला बोला। शिवसेना ने कहा कि इसने भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया है और इसे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भी स्वीकार करता है।

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ के संपादकीय में कहा गया कि यह त्वरित व मूर्खता भरा कदम देशभक्ति नहीं था, बल्कि इससे देश में ‘आर्थिक अराजकता’ पैदा हुई, जो नोटबंदी के बाद के परिणामों से साबित होता है।

नोटबंदी की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि यह भ्रष्टाचार, कालाधन, फर्जी नोटों व आतंकवाद को खत्म कर देगी, लेकिन इसका प्रभाव खास तौर से दो सालों से बिल्कुल उलटा रहा है।

शिवसेना ने कहा, आरबीआई की हालिया वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया कि सभी प्रचलित 1.47 लाख करोड़ रुपये या 99.30 फीसदी नोट वापस लौट आए। करीब 10,000 करोड़ रुपये वापस सर्कुलेशन में नहीं आए। इसका मतलब है कि पहाड़ खोदा गया और एक चुहिया भी नहीं निकली। लेकिन देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दी गई।

शिवसेना ने कहा कि नोटबंदी का परिणाम रहा कि देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ हो गई, सूक्ष्म व मध्यम उद्योग बर्बाद हो गए, सेवा क्षेत्र संकट में हैं। आवास उद्योग में मंदी है और नोटबंदी के बाद बैंक व एटीएम की लाइनों में सैकड़ों लोगों ने जान गंवा दी।

सामना में कहा गया कि देश की जीडीपी व विकास दर में गिरावट आई और भारतीय रुपया 70 सालों के अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया और आतंकवाद जारी है।

इसके अलावा सरकार ने 15,000 करोड़ रुपये नए नोट छापने में और 2000 करोड़ रुपये इनके वितरण में और 700 करोड़ रुपये मौजूदा एटीएम नेटवर्क को बदलने में खर्च कर दिए। यह भारी-भरकम रकम, जो जनता का पैसा था, फिजूल में खर्च किया गया।

शिवसेना ने कहा, भारी आर्थिक नुकसान के बावजूद सरकार का अभी भी विकास की रट लगाना जारी है। नोटबंदी पूरी तरह से नुकसानदेह कदम था।

सामना के संपादकीय में आरबीआई पर निशाना साधते हुए कहा गया है कि यह देश की संपत्ति का संरक्षक है, लेकिन गर्वनर (उर्जित पटेल) ने खजाना लूटे जाने के दौरान इसे बचाने के लिए कुछ नहीं किया। उन्हें तो अदालत के सामने पेश किया जाना चाहिए।

भाजपा की केंद्र व महाराष्ट्र में सत्ता-सहयोगी ने कहा कि जिन्होंने नोटबंदी का विरोध किया, उनको ‘गद्दार’ कहा गया और बुरा बर्ताव किया गया, लेकिन आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट (2017-18) के आने के बाद अब सच्चाई सामने आ गई है। एक सबसे बड़े झूठ से पर्दा हट गया है।

Continue Reading

नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

Published

on

Loading

नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

Continue Reading

Trending