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मुख्य समाचार

परंपरागत काम करने में क्या मजा है : राजकुमार

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नई दिल्ली, 7 सितंबर (आईएएनएस)| ‘शहीद’, ‘न्यूटन’, ‘ट्रैप्ड’, ‘शैतान’, ‘काई पो छे!’ और ‘क्वीन’ जैसी फिल्मों से पहचान बना चुके अभिनेता राजकुमार राव का कहना है कि हिंदी फिल्मोद्योग में वह अपरंपरागत हीरो होने का आनंद लेते हैं।

राजकुमार ने आईएएनएस से कहा, परंपरागत काम करने में क्या मजा आता है? मैं किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाता हूं, जो अपरंपरागत है। मुझे अपरंपरागत होना पसंद है। मुझे ऐसी काम करना पसंद है, जो अलग हो। यही मुझे एक अभिनेता के रूप में बढ़ावा देता है।

हंसल मेहता, विक्रमादित्य मोटवानी और अमित वी. मासुरकर जैसे भारतीय सिनेमा के कुछ बेहतरीन फिल्म निर्माताओं के साथ काम करने के बाद, राजकुमार का कहना है कि वह दबाव में काम नहीं करते हैं।

उन्होंने कहा, मैं दबाव नहीं लेता। मैं दबाव में काम ही नहीं कर सकता। मैं एक समय में एक फिल्म करता हूं और मैं उसी पल में जीने की कोशिश करता हूं। मैं भविष्यवादी व्यक्ति नहीं हूं, जो सोचता है कि पांच वर्ष बाद क्या होगा। और मैं अतीत में नहीं जीता। मैं अपनी सारी ऊर्जा वर्तमान में जो हो रहा होता है, उसी में लगाता हूं।

राजकुमार इन दिनों हॉरर कॉमेडी फिल्म ‘स्त्री’ की सफलता का आनंद ले रहे हैं।

‘शहीद’, ‘ट्रैप्ड’, ‘सिटीलाइट्स’ जैसी फिल्मों के बाद राजकुमार ने ‘बरेली की बर्फी’, ‘बहन होगी तेरी’ और ‘स्त्री’ जैसी हल्की-फुल्की फिल्मों में अभिनय किया।

फिल्मों में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, इसके पीछे कोई कारण नहीं है। बस मुझे ‘बरेली की बर्फी’ की पटकथा मिली और मुझे यह पसंद आई और मुझे लगा कि इसे करना चाहिए। लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया। यह बहुत अच्छी थी.. प्रीतम विद्रोही की भूमिका के लिए जो मुझे प्रतिसाद मिला है, मैंने सोचा, ‘क्यों नहीं? इस शैली को आजमाया जाए।

‘स्त्री’ की प्रतिक्रिया से अभिभूत राजकुमार के पास ‘लव सोनिया’, ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’, ‘मेड इन चाइना’, ‘मेंटल है क्या’ और इमली’ जैसी फिल्में भी हैं।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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