Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोनाः इस मुस्लिम देश में बेअसर हुआ वायरस, वजह जानकर दंग रह जाएंगे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से निकलकर अब पूरी दुनिया में फैल चुका है। यह वायरस हर रोज हजारों की संख्या में लोगों को अपना शिकार बना रहा है।

दुनिया का हर देश इसे रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है। विश्व में कई ऐसे देश हैं जहां हर दिन हजारों को इस वायरस की वजह से मर रहे हैं तो ऐसे भी देश हैं जिसने समय रहते सख्त कदम उठाए और वायरस के इरादों को नाकाम कर दिया।

ऐसा ही एक मुस्लिम देश है जहां कोरोना अपना कहर नहीं बरपा सका। हम बात कर रहे हैं मुस्लिम देश ब्रुनई की। ब्रुनेई दक्षिण-पूर्व एशिया का एक छोटा सा इस्लामिक देश है।

मौजूदा समय में यहां ना के बराबर कोरोना के केस हैं। वायरस न फैलने के पीछे यहां के सुल्तान द्वारा लागू किए गए सख्त नियम हैं जिससे कोरोना का फैलाव इस देश में नहीं हो सका।

जानकारी के मुताबिक यहां अबतक कोरोना वायरस के केवल 136 केस ही पाए गए हैं जिसमें से 104  रिकवर हो गए हैं। वहीं एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई है।

ब्रुनई का नाम उन देशों में शामिल है जहां राजशाही है। इस देश के सुल्तान का नाम हसनअल बोल्किया (Hassanal Bolkiah) हैं। यहां के सुल्तान के पास ही पूरी सत्ता है।

एक तीर्थयात्री जो मलेशिया से लौटा था वह ब्रुनेई का पहला निवासी था जो कोरोना वायरस से संक्रमित था। जब  ब्रुनेई में पहले कोरोना केस की पुष्टि हुई उसी समय सुल्तान ने कई चीजों पर रोक लगा दी थी।

24 मार्च 2020 से, ब्रुनेई ने (विदेशियों के लिए) और देश से बाहर (सभी के लिए)  आने जाने पर रोक लगा दी थी। जो लोग विदेश से लौटे हैं उन्हें 14 दिन के लिए क्वारनटीन सेंटर में रहने के लिए कहा गया। शादियों और खेल आयोजनों, सामूहिक बैठकों में शामिल होने पर पूरी तरह रोक लागू की गई है साथ ही मस्जिदों में जाने की भी पाबंदी लगा दी गई।

देश के सुल्तान ने कोरोना वायरस टेस्ट की क्षमता को 10 गुना बढ़ा दिया। मलेशिया के द स्टार न्यूज पेपर के अनुसार  22 मार्च को सुल्तान ने कहा था, ‘स्वास्थ्य मंत्रालय चिकित्सा कर्मचारियों की क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इसी के साथ टेस्टिंग की क्षमता भी वृद्धि होगी.. टेस्टिंग की क्षमता 10 गुना बढ़ाने के लिए virology laboratory तैयार करवाई जा रही है।’

सुल्तान ने ब्रुनेई में लोगों से कहा किसी भी प्रकार की खरीदारी करते समय पैनिक होने की जरूरत नहीं है। चावल और चीनी की पूर्ति करने के लिए सरकार के पास पर्याप्त भंडार है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।

बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।

मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।

 

 

Continue Reading

Trending