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अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोना वायरस को बीच से फाड़ देगी वैज्ञानिकों की ये नई खोज

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। इस खतरनाक वायरस से अब तक ढाई लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं संक्रमित लोगों का आंकड़ा 35 लाख के पार चला गया है।

दुनिया के कई विकसित देश वैक्सीन की खोज में जुटे हैं लेकिन अभी तक केवल वैक्सीन का ट्रायल ही चल रहा है। इस बीच वैज्ञानिकों के हाथ बड़ी सफलता मिली है।

दरअसल, वैज्ञानिकों ने एक ऐसी एंटीबॉडी खोज निकाली है जो कोरोना को निष्क्रिय कर देती है। वैज्ञानिकों ने इसका नाम 47D11 रखा है। चूहों पर यह एंटीबॉडी सफल रही है।

वैज्ञानिक उम्मीद जता रहे हैं कि इंसानों पर भी यह कारगर साबित होगी। यूरोप के वैज्ञानिकों ने चूहों में पाए जाने वाली 51 सेल लाइंस कोशिकाओं में इस एंटीबॉडी को खोजा है।

इसके बाद इसे इंसानों के लायक बनाने के लिए जेनेटिकली इंजीनियर किया है। इसके बाद इस एंटीबॉडी का परीक्षण उन्होंने 2003 में फैले सार्स कोरोना वायरस पर किया। 2003 के सार्स कोरोना वायरस को इस एंटीबॉडी ने निष्क्रिय कर दिया।

अब वैज्ञानिकों का दावा है कि कोविड-19 भी सार्स कोरोना वायरस के परिवार का वायरस है। इसलिए यह एंटीबॉडी उसे भी कमजोर कर खत्म करने में सफल होगी।

वैज्ञानिकों की इस टीम को लीड कर रहे हैं यूट्रेच यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर बेरेंड-जेन बॉश ने बताया कि ऐसे एंटीबॉडी की वजह से अगर इंसानी शरीर में कोरोना वायरस फैलने से रुकता नहीं भी है। तो भी अच्छी बात ये है कि इस एंटीबॉडी से कोरोना वायरस को इंसानी शरीर में फैलने में काफी ज्यादा समय लग जाएगा।

यानी कोविड-19 वायरस शरीर में ही कमजोर हो जाएगा। वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में चूहे के अंदर कोरोना वायरस से संक्रमित कराया। वैज्ञानिकों ने देखा कि वायरस ने जैसे ही चूहे के शरीर में प्रवेश किया।

चूहे के शरीर के अंदर 51 तरह के एंटीबॉडी निकलनी शुरू हो गई। इसी में मौजूद थी 47D11 एंटीबॉडी। जो कोरोना वायरस की बाहरी परत को नष्ट कर दे रही थी। बस यहीं पर वैज्ञानिकों ने इस एंटीबॉडी की पहचान कर ली।

आपको बता दें कि कोरोना वायरस का आकार गोल होता है। उसके चारों तरफ ऐस-2 नाम के प्रोटीन की कंटीला लेयर होती है। ये कंटीली लेयर ही इंसानी शरीर की कोशिकाओं से चिपक जाता है।

इसके बाद इंसानी शरीर की कोशिकाओं की बाहरी लेयर को गलाकर उसके अंदर अपना जींस छोड़ देती है।  कोशिकाओं में जींस छोड़ने के बाद वायरस कोशिकाओं को खाकर अपनी संख्या बढ़ाना शुरू करता है।

इसीलिए वैज्ञानिकों ने ऐसी एंटीबॉडी खोजी है जो कोरोना वायरस की बाहरी कंटीले लेयर से चिपक कर उसके प्रोटीन को फाड़ देगी। यानी कोरोना वायरस के वो दांत टूट जाएंगे जिससे वो हमला करता है।

 

 

अन्तर्राष्ट्रीय

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे लगभग 250 रॉकेट, 7 लोग घायल

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बेरूत। हिजबुल्लाह ने एक बार फिर इजरायल पर बड़ा हमला किया है। रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगभग 250 रॉकेट और अन्य हथियारों से हमला किया। इस हमले में कम से कम सात लोग घायल हो गए है। हिजबुल्लाह का यह हमला पिछले कई महीनों में किया गया सबसे भीषण हमला है, क्योंकि कुछ रॉकेट इजरायल के मध्य में स्थित तेल अवीव इलाके तक पहुंच गए।

इजराइल की ‘मैगन डेविड एडोम’ बचाव सेवा ने कहा कि उसने हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर दागे गए हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज किया. युद्ध विराम के लिए वार्ताकारों की ओर से दबाव बनाए जाने के बीच हिजबुल्लाह ने ये हमले बेरूत में घातक इजराइली हमले के जवाब में किये

सेना का अभियान चरमपंथियों के खिलाफ

इसी बीच लेबनान की सेना ने कहा कि इजराइल के हमले में रविवार को लेबनान के एक सैनिक की मौत हो गई जबकि 18 अन्य घायल हो गए. इस घटना पर इजराइल की सेना ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला हिजबुल्लाह के विरुद्ध युद्ध क्षेत्र में किया गया और सेना का अभियान केवल चरमपंथियों के खिलाफ हैं.

 

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