Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मंत्री आशुतोष टंडन ने 4 इलेक्ट्रिक प्रोटोटाइप बसों के ट्रायल रन का किया शुभारम्भ

Published

on

Loading

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन ने आज राजधानी लखनऊ स्थित 1090 चौराहे पर 04 वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों के प्रोटोटाईप ट्रायल-रन का हरी झण्डी दिखाकर शुभारम्भ किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 14 शहरों की यातायात व्यवस्था को सुगम, दक्ष, विश्वसनीय तथा आरामदायक बनाये जाने के उद्देश्य से 700 इलेक्ट्रिक बसें उ0प्र0 सरकार द्वारा चलायी जा रही हैं।

इस अवसर पर श्री टण्डन ने कहा कि इस समय 04 इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल रन प्रारम्भ किया गया है, तथा आने वाले कुछ महीनों में 700 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होगा। उन्होंने कहा कि प्रोटोटाईप बसों का एक माह के ट्रायल के उपरान्त अन्य बसों का संचालन भी प्रारम्भ किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ए0सी0 इलेक्ट्रिक बसों का किराया साधारण बसों के किराये के बराबर रखे जाने का निर्णय लिया गया है, जिससे अधिक से अधिक प्रदेशवासियों को आरामदायक व सस्ती यात्रा सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि सभी 700 इलेक्ट्रिक बसें वातानुकुलित, आरामदायक तथा ध्वनि एवं वायु प्रदूषण से मुक्त हैं। उन्होंने बताया कि इन बसों के संचालन में 965.00 करोड़ रूपये की लागत आयेगी। फेम-2 स्कीम के अन्तर्गत संचालक को 45.00 लाख रूपये प्रति बस का अनुदान भी दिया जायेगा। इन बसों से महानगरों में प्रदूषण को कम करने में सहायता मिलेगी।

श्री टण्डन ने कहा कि भारी उद्योग विभाग भारत सरकार द्वारा फेम इण्डिया स्कीम-।। के अन्तर्गत प्रदेश के 11 शहरों यथा आगरा में 100, कानपुर 100, लखनऊ 100, प्रयागराज 50, वाराणसी 50, गाजियाबाद 50, मेरठ 50 तथा झांसी में 25, अलीगढ़ 25, मुरादाबाद 25 व बरेली में 25 कुल मिलाकर 600 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से 03 अन्य शहरों गोरखपुर में 25, शाहजहांपुर 25 एवं मथुरा-वृन्दावन में 50 कुल 100 इलेक्ट्रिक बसें उ0प्र0 सरकार द्वारा स्वयं के संसाधन से चलाये जाने का निर्णय लिया गया है।

अपर मुख्य सचिव नगर विकास डॉ0 रजनीश दूबे ने कहा कि प्रदेश के 14 प्रमुख नगरों में कुल 700 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित करने हेतु संचालक मे0 पी0एम0आई0 इलेक्ट्रो मोबिलिटी सॉल्यूशन्स प्रा0लि0-कन्सॉर्टियम का चयन ई-टेण्डर के माध्यम से किया गया है। उन्होंने कहा कि पहले इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग में ढाई घंटे का समय लगता था अब नई इलेक्ट्रिक बसें 45 मिनट में ही चार्ज हो जाएंगी। पुरानी बसों की रनिंग दूरी 80 किमी0 थी नई बसों की रनिंग दूरी 120 किमी0 निर्धारित की गयी है। इस अवसर पर मण्डलायुक्त लखनऊ श्री रंजन कुमार, सचिव नगर विकास श्री अनिल कुमार, विशेष सचिव डॉ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक लखनऊ सिटी बस सर्विसेज श्री पल्लव बोस, व नगर विकास तथा नगरीय परिवहन निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Continue Reading

नेशनल

दिल्ली में सांस लेना है कितना खतरनाक, देखें इस खबर को

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण से लोगों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह 6 बजे दिल्ली के अधिकतर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के करीब दर्ज किया गया. जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है. आज दिल्ली के अलीपुर में AQI 362, आनंद विहार में 393, जहांगीरपुरी में 384, मुंडका में 396, नरेला में 383, नेहरू नगर में 362, पंजाबी बाग में 370, शादीपुर में 398, रोहिणी में 381 और विवेक विहार में 395 दर्ज किया गया. वायु प्रदूषण के कारण कई लोगों को सांस लेने में और आंखों में जलन की परेशानी हो रही है.

जीवन के 12 साल छीन रहा वायु प्रदूषण

बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है। वहीं 51 से 100 एक्यूआई को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401-500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी का माना जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल्ली का प्रदूषण लोगों के जीवन के 12 साल उनसे छीन रहा है। वहीं कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिल्ली के वायु प्रदूषण में एक दिन सांस लेने का मतलब है दिन भर में 10 से अधिक सिगरेट के बारबर धुएं को अपने शरीर में लेना। बता दें कि दिल्ली के वायु प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट भी सख्त है।

Continue Reading

Trending