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प्रादेशिक

मप्र : जल सत्याग्रहियों के स्वास्थ्य में गिरावट

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खंडवा | मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने के विरोध में चल रहा जल सत्याग्रह 13वें दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारियों की हालत में लगातार गिरावट आ रही है। स्वास्थ्य विभाग के दल ने सत्याग्रहियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद माना कि उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है और उनका उपचार जरूरी है। नर्मदा नदी पर बने ओंकारेश्वर बांध का राज्य सरकार ने जलस्तर 189 मीटर से बढ़ाकर 191 कर दिया है। बांध का जल स्तर बढ़ने से खंडवा जिले के घोगलगांव तथा आसपास के कई और गांव की खेती की जमीन डूब में आने के साथ कई परिवार प्रभावित हुए हैं। इसी को लेकर ग्रामीण और नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने 11 अप्रैल से घोगलगांव में जल सत्याग्रह शुरू किया था। आंदोलन का गुरुवार को 13वां दिन है।

सत्याग्रहियों की सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है। सर्दी, जुकाम, बुखार के अलावा पैरों की खाल गलने के बाद उसमें से खून का रिसाव भी होने लगा है। सत्याग्रहियों की खाल अब मछलियों और जलीय जंतुओं का निवाला तक बनने लगी है। सत्याग्रहियों की बिगड़ती हालत के बीच बुधवार को स्वास्थ्य विभाग का एक दल उनके स्वास्थ्य का परीक्षण करने पहुंचा। डॉ. आर. सी. पनिक के नेतृत्व में गए दल ने परीक्षण के बाद पाया कि सत्याग्रहियों की हालत बिगड़ रही है। पनिक ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए माना कि पानी में 13 दिन रहने से चमड़ी में गलन हो रही है, खून भी आ रहा है। अब उनके उपचार की जरूरत है।

वहीं नर्मदा बचाओ आंदोलन के वरिष्ठ सदस्य और आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल चर्चा करते हुए कहा कि उनका इलाज अस्पताल में नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास है। सरकार चाहे तो यह आंदोलन खत्म हो सकता है। प्रभावितों का आरोप है कि पुनर्वास नीति के तहत उन्हें लाभ नहीं मिला है और बाजिव मुआवजे से भी वंचित है। आंदोलनकारियों का कहना है कि दो सौ एकड़ से ज्यादा की जमीन बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने से डूब में आ गई है, मगर सरकार इस बात को मानने तैयार नहीं है।

पंजाब

सरकारी स्कूलों में JEE और NEET की तैयारी करवाएगी पंजाब सरकार

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चंडीगढ़। पंजाब के सरकारी स्कूलों में जेईई मेन्स और नीट पेपर की तैयारियां करवाई जाएगी। आज से नीट पेपर के लिए ऑनलाइन क्लासेस शुरू होने जा रही हैं। शिक्षा विभाग ने पिछले हफ्ते से जेईई मेन्स के लिए कोचिंग शुरू कर दी है। स्कूलों में आज से नीट परीक्षा के लिए ऑनलाइन क्लासेस शुरू होने जा रही हैं।

मान सरकार ने इसके लिए आईआईटी कानपुर की मदद से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सॉफ्टवेयर तैयार किया है। यह योजना शिक्षा मंत्रालय स्कूल शिक्षा और साक्षरता साहित्य ऐप से जुड़ी है। नीट परीक्षा के लिए 20 नवंबर से फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और मैथमेटिक्स की कक्षाएं शाम 4.30 बजे से 6.30 बजे तक लगेंगी।

शिक्षा विभाग के नए योजना के अनुसार स्टूडेंट्स को सरकारी स्कूलों में जेईई और नीट पेपर की तैयारी कराई जाएगी। यह कोर्स डेढ़ से चार महीने तक का होगा। इसमें बच्चों को फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स समेत सभी सब्जेक्ट्स को शामिल किया जाएगा।

 

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