प्रादेशिक
उप्र : भूकम्प के झटकों के बाद बारिश का कहर, 18 मरे
लखनऊ | भूकम्प के झटकों के बाद मंगलवार को तेज बारिश और आकाशीय बिजली ने उत्तर प्रदेश में अपना कहर बरपाया, जिसमें राजधानी लखनऊ और उससे सटे कई जिलों में पिछले 24 घंटे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों को गम्भीर हालत में अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्राकृतिक आपदा में मरने वालों के परिवार वालों को उप्र के मुख्यमंत्री ने सात-सात लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने और घायलों का मुफ्त इलाज कराने की घोषणा की है।
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि पारा के कलन्दर खेड़ा गांव में रहने वाली 35 वर्षीय माया देवी और उनके 14 वर्षीय बेटे दीपक की आकाशीय बिजली से झुलसने के कारण मौत हो गई, जबकि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से माया का पति मोहनलाल दुबे झुलस गया, जिसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। यहां पूर्वी इलाके में स्थित कृष्णानगर के इन्द्रपुरी इलाके में रहने वाले 50 वर्षीय दयाराम की बारिश और तेज हवा के कारण टूटी बिजली की तार से करंट लगने के कारण झुलसने से मौत हो गई।
सिन्धुनगर इलाके में उनकी हेयर ड्रेसर की दुकान है। मंगलवार सुबह करीब पौने छह बजे वह खराब मौसम में दूध लेने के लिए घर से निकले थे। घर के पास टूटी पड़ी बिजली की तार से छू जाने के कारण दयाराम करंट की चपेट में आ गए। उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर उनके बेटे जितेन्द्र और धर्मेन्द्र व आसपास के लोग बाहर निकले। इस बीच बुरी तरह से झुलसने के कारण उनकी मौत हो चुकी थी। अमेठी के शाहगढ़ इलाके में 65 वर्षीय शान्ति और शानू और कोमल भी आकाशीय बिजली से झुलस गए। इनमें से शान्ति और शानू की मौत हो गई, जबकि कोमल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रायबरेली के भदोखर इलाके में स्थित पूरे सेवकी गांव में आकाशीय बिजली से झुलसने के कारण 18 वर्षीय अंकुश और 18 वर्षीय अजय की मौत हो गई। प्रतापगढ़ के लालगंज में स्थित पहाड़पुर गांव में ईंट भट्ठे पर काम करने वाली 22 वर्षीय अनुपमा और सात वर्षीय कोमल की आकाशीय बिजली से झुलसने के कारण मौत हो गई। इसके अलावा सात अन्य लोगों को झुलसने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां के महेशगंज इलाके में 65 वर्षीय सुमन देवी की भी आकाशीय बिजली से झुलसने के कारण मौत हो गई। यहां के टिकुड़िया गांव में तेज आंधी के कारण मकान गिरने से मलबे में दबने से घायल हुए युवक की मौत की भी खबर है। आजमगढ़ के तरवां इलाके में पकड़ी कला गांव में 57 वर्षीय कल्पनाथ राजभर भी आकाशीय बिजली से बुरी तरह से झुलस गए, जिससे उनकी मौत हो गई। हापुड़ में तेज बारिश के साथ ही तेज हवा के कारण छत पर सो रहे बुजुर्ग की गिरने के कारण घायल होने से मौत हो गई।
कासगंज के चार इलाकों में पांच लोगों की मौत हो गई। सुनगढ़ी इलाके के शाहबाजपुर में 55 वर्षीय उदयवीर सिंह छप्पर गिरने से घायल हो गए, जिससे उनकी मौत हो गई। सोरो इलाके के वरौदा गांव में 14 वर्षीय बबीता पड़ोसियों की दीवार गिरने से मलबे में दब गई, जिससे घायल होने के कारण उसकी मौत हो गई। नगला लोही गांव में 18 वर्षीय अंशुल छप्पर गिरने से घायल हो गया, जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि सहावर के बाजनगर गांव में छप्पर और जीना गिरने से घायल हुई 12 वर्षीय पायल और कोतवाली इलाके के रामनगर गांव में 45 प्रेम चन्द्र की छप्पर गिरने से दबकर मौत हो गई। लखीमपुर खीरी में ईसानगर में घर पर पेड़ गिरने से कई दीवारें ढह गईं, जिससे पांच लोग घायल हो गए। उप्र राहत आयुक्त लीना जौहरी के अनुसार राज्य में हालांकि केवल 12 लोगों के मरने की ही पुष्टि हुई है। राहत आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रभावितों की हरसंभव मदद की जाए।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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