Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार : चार लाख शिक्षक हड़ताल पर, पढ़ाई बाधित

Published

on

पटना,बिहार,हड़ताल,चार लाख नियोजित शिक्षकों,उच्च विद्यालयों,हड़ताल,जमुई,दरभंगा,बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ

Loading

पटना | बिहार में विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे चार लाख नियोजित शिक्षकों के समर्थन में राज्य के 2,500 उच्च विद्यालयों के करीब 30 हजार शिक्षक भी हड़ताल पर चले गए हैं। शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण राज्य के एक से लेकर 12वीं कक्षा के करीब दो करोड़ छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो गई है। पटना, जमुई, दरभंगा, पूर्णिया मोतिहारी सहित विभिन्न जिले के कई क्षेत्रों के विद्यालयों में नियोजित शिक्षकों ने तालाबंदी कर दी है। कई स्थानों पर नियोजित शिक्षक प्रतिदिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं।

शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव केदारनाथ पांडेय ने हड़ताल को पूरी तरह सफल बताते हुए शनिवार को कहा कि सरकार का रवैया शिक्षक विरोधी है। बार-बार अनुरोध के बावजूद सरकार वार्ता को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि उच्च विद्यालयों के शिक्षक किसी भी परीक्षा, मूल्यांकन और सरकारी समारोह में भी सहयोग नहीं कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि गत नौ अप्रैल से राज्य के करीब चार लाख नियोजित शिक्षक एक काम के लिए समान वेतनमान देने तथा सरकारी सेवा में समायोजित करने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, जिससे राज्य के करीब 72 हजार प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित हुई है। नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर पटना में कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। गौरतलब है कि बिहार सरकार ने नियोजित शिक्षकों का वेतनमान तय करने को लेकर एक समिति का गठन किया है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending