अन्तर्राष्ट्रीय
नेपाल को पर्याप्त विदेशी सहायता नहीं मिल रही : संयुक्त राष्ट्र
काठमांडू| संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को कहा कि नेपाल को अपेक्षा से कम विदेशी सहायता मिल रही है। संयुक्त राष्ट्र ने मानवीय सहायता बढ़ाने की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है।
नेपाल में संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक जैमी मैकगोल्डरिक ने कहा कि काठमांडू को 41.5 करोड़ डॉलर में सिर्फ 2.24 करोड़ डॉलर की सहायता मिली है, जिसकी मांग 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूकंप के बाद की गई थी।
उन्होंने मीडिया से यहां कहा, “हमें काम जारी रखने के लिए तत्काल धन की जरूरत है। मांगे गए 41.5 करोड़ डॉलर में से सिर्फ 2.24 करोड़ डॉलर ही प्राप्त हुए हैं। इसमें प्रभावशाली रूप से वृद्धि की जरूरत है।”
नेपाल में मृतकों का आंकड़ा 8,000 के करीब पहुंच गया है और 16,000 लोग घायल हुए हैं।
मैकगोल्डरिक ने कहा, “विस्थापितों को शरण देना हमारी मुख्य प्राथमिकता है।”
उन्होंने बताया कि करीब 2,85,000 घर नष्ट हो गए हैं, जबकि 2,30,000 क्षतिग्रस्त हुए हैं, और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं।
मैकगोल्डरिक ने कहा कि अन्य प्राथमिकताओं में साफ-सफाई, स्वच्छता संबंधी सेवा, घरेलू सामान, मेडिकल किट और भोजन की आपूर्ति शामिल हैं।
उन्होंने कहा, “हमारा मुख्य ध्यान अब दूरवर्ती तथा दुर्गम स्थानों में मौजूद लोगों के पास पहुंचना है।”
अन्तर्राष्ट्रीय
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात
नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।
मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।
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