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प्रादेशिक

बुंदेलखंड : कचनौंदा बांध पर रहेगी पुलिस की नजर

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ललितपुर। उत्तर प्रदेश के ललितपुर जनपद में सिंचाई संसाधनों को बढ़ाने के साथ-साथ किसानों के हर खेत में पानी पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया कचनौंदा बांध अब पुलिस की निगरानी में होगा। यहां आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा की दृष्टि से जांच की जाएगी।

पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने कचनौंदा बांध की सुरक्षा व्यवस्था को गंभीरता से ध्यान में रखते हुए यहां एक अस्थायी चौकी का निर्माण किया है। पुलिस चौकी में एक चौकी इंचार्ज, एक हेड कांस्टेबल व तीन कांस्टेबलों को नियुक्त किया गया है।

कचनौंदा बांध परियोजना का लोकार्पण उत्तर प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव द्वारा 9 अक्टूबर, 2012 को किया गया था। थाना बानपुर क्षेत्र के अंतर्गत कचनौंदा बांध का निर्माण विगत वर्षो में किया गया है। इस बांध में पानी निकासी के लिए अत्याधुनिक गेट लगाए गए हैं।

पानी अधिक होने पर सुलभ निकासी के लिए स्लिप-वे का निर्माण भी किया गया है। बांध की सुंदरता बढ़ाने एवं सैलानियों के बांध पर घूमने के लिए आकर्षक पार्क का निर्माण भी कराया गया है। इसकी सुरक्षा व्यवस्था अभी तक बानपुर पुलिस की देखरेख में थी।

कचनौंदा बांध परियोजना के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में शांति व सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चैधरी ने यहां अस्थायी चौकी का निर्माण कराया है।

अस्थायी चौकी में उपनिरीक्षक (विशेष श्रेणी) कायम सिंह को तैनात किया गया है। इसके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों की फोर्स भी बांध की सुरक्षा व्यवस्था में तैनाती की गई है। यानी कचनौंदा बांध घूमने के लिए आने वाले लोगों पर अब पुलिस की नजर रहेगी।

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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