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प्रादेशिक

पत्रकार हत्या की हो सीबीआई जांच, 25 लाख मिले मुआवजा : भाजपा

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लखनऊ,भारतीय जनता पार्टी,उत्तर प्रदेश,शाहजहांपुर,पत्रकार जगेन्द्र सिंह,फर्जी मुकदमा

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लखनऊ | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश ईकाई ने शाहजहांपुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह की हत्या के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा ने कहा कि सरकार पत्रकार की हत्या की जांच सीबीआई से करवाए या इसकी जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन करे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बातें कही। उन्होंने कहा कि राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए तथा राममूर्ति वर्मा के सहयोग के लिए जगेद्र सिंह पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वाले व्यक्ति तथा पुलिस महकमे के उन सभी लोगों के खिलाफ धारा 302 के अंर्तगत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि 22 मई को जगेन्द्र सिंह द्वारा यह लिखे जाने के बावजूद कि राममूर्ति वर्मा उनकी हत्या करा सकते हैं जिला पुलिस प्रशासन द्वारा राममूर्ति वर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई न करना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है जिला व पुलिस व प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रहा है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा पर गन्ना माफिया, खनन माफिया, भूमि पर जबरिया कब्जा, ईमानदार अधिकारियों के स्थानान्तरण कराने, सरकारी जमीन हथियाने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ सामूहिक दुराचार जैसे अनेक गम्भीर आरोप थे, लेकिन प्रदेश सरकार के मुखिया ने राज्यमंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और भ्रष्टाचार और अपराध को संरक्षण प्रदान किया। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकार जगेन्द्र सिंह को पुलिसकर्मियों द्वारा मिट्टी का तेल डाल कर जलाना, ध्वस्त कानून व्यवस्था और प्रदेश में जंगल राज का सीधा-साधा प्रमाण है। सपा सरकार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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