प्रादेशिक
शिवराज का इस्तीफा लें भागवत, शाह : कांग्रेस
भोपाल। कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के प्रभारी मोहन प्रकाश ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह के भोपाल प्रवास को व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटले से चौपट हुई साख पर पर्दा डालने की कोशिश बताया और मांग की है कि अगर दोनों में जरा भी नैतिकता है तो वे भोपाल छोड़ने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा लें।
राजधानी भोपाल में संवाददाता सम्मेलन में मोहन प्रकाश ने रविवार को कहा, “व्यापमं घोटाले की जांच सर्वोच्च न्यायालय द्वारा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने के बाद से संघ और भाजपा से जुड़े लोग डरे हुए हैं, क्योंकि उन्हें जेल का दरवाजा नजर आ रहा है। व्यापमं ऐसा महाघोटाला है जिसमें सिर्फ आर्थिक अपराध ही नहीं हुआ है, बल्कि हत्या जैसे जघन्य अपराध भी हुए हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भागवत यहां कब से क्लास ले रहे हैं और भाजपा अध्यक्ष शाह भोपाल आ रहे हैं, यह सब साख बचाने के लिए संघ और पार्टी के शीर्षस्थ नेतृत्व की जी-तोड़ कोशिश है। उन्होंने कहा, “यह सभी को पता है कि एक सरसंघचालक का सेवक मिहिर सिंह जेल में है, वहीं अन्य लोगों के भी नाम सामने आए हैं। नैतिकता की बात करके उमा भारती, लालकृष्ण आडवाणी, कैलाश जोशी का इस्तीफा लेने वाली भाजपा और संघ को मुख्यमंत्री चौहान का भी इस्तीफा लेना चाहिए।”
मोहन प्राकाश ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस घोटाले से प्रदेश की प्रतिष्ठा और गरिमा गिरी है। उन्होंने कहा, “चौहान जब तक मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे, तब तक इस प्रदेश का गौरव वापस नहीं लौट सकता है।” उन्होंने बताया कि कांग्रेस का 16 जुलाई का प्रदेश बंद शांतिपूर्ण रहेगा, किसी पर दवाब नहीं डाला जाएगा।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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