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बिजनेस

पेट्रोनेट एलएनजी का शुद्ध लाभ 58 फीसदी बढ़ा

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नई दिल्ली| पेट्रोनेट एलएनजी का शुद्ध लाभ मौजूदा कारोबारी साल की प्रथम तिमाही में साल-दर-साल आधार पर 58 फीसदी बढ़ा। कंपनी ने कहा कि आलोच्य अवधि में उसका शुद्ध लाभ 247.50 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 156.60 करोड़ रुपये था।

कंपनी के वित्त निदेशक आर.के. गर्ग ने यहां गुरुवार शाम संवाददाताओं से कहा कि शुद्ध लाभ इसलिए भी बढ़ा क्योंकि बंदरगाह सेवा से संबंधित कर छूट के एक मामले में जीत हासिल करने के कारण उसे 72.37 करोड़ रुपये का कर वापस कर दिया गया।

कंपनी ने गुरुवार को ही यह भी घोषणा की कि गेल इंडिया के विपणन निदेशक प्रभात सिंह को कंपनी का नया प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।

सिंह ने ए.के. बलयान की जगह ली है, जिनका पांच साल का कार्यकाल 15 जुलाई को समाप्त हो गया है।सिंह का भी कार्यकाल पांच साल का होगा।पेट्रोनेट एक संयुक्त उपक्रम कंपनी है, जिसमें गेल, ओएनजीसी, इंडियन ऑयल कारपोरेशन और भारत पेट्रोलियम (प्रत्येक) की 12.5 फीसदी हिस्सेदारी है।

इसके अलावा इसमें जीडीपी इंटरनेशनल की 10 फीसदी और एशियाई विकास बैंक की 5.2 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष हिस्सेदारी आम लोगों की है।

 

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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