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प्रादेशिक

विपक्ष को नहीं पच रहा बिहार का विशेष पैकेज : रविशंकर

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पटना| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां बुधवार को कहा कि विपक्ष को बिहार का विशेष पैकेज नहीं पच रहा है, और इस कारण इस पैकेज को लेकर राजनीति हो रही है। प्रसाद ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “भाजपा विकास को राजनीति से ऊपर रखना चाहती है। बिहार को जो विशेष पैकेज मिला है, उससे बिहार का विकास होगा, परंतु बिहार के कई नेता इसका विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि अब वे सत्ता में नहीं आने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार के लोग परिवर्तन का मन बना चुके हैं, जिससे जनता दल (युनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के लोग भी वाकिफ हैं। इस कारण वे इस पैकेज पर राजनीति कर रहे हैं।

उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि पैकेज को लेकर जनता के बीच अफवाह फैलाया जा रहा है।

केन्द्रीय मंत्री ने नीतीश, लालू और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “नीतीश कहते हैं ‘एक बिहारी सब पर भारी’ जो उनके अहंकार और अहम को दर्शाता है। जबकि मैं कहता हूं ‘सारे बिहारी तीन पर भारी’ हैं।”

प्रसाद के ‘तीन’ का आशय लालू, नीतीश और कांग्रेस से है।

नीतीश द्वारा पुरानी योजनाओं को शामिल किए जाने के आरोप में उन्होंने कहा कि अगर ऐसी बात है तो मुख्यमंत्री उन योजनाओं को पूरा क्यों नहीं कर पाएं थे।

प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से घोषित किए गए सवा लाख करोड़ रुपये के पैकेज का विभागवार ब्योरा भी दिया।

उन्होंने बताया कि इस पैकेज की राशि में सड़क परियोजनाओं पर जहां 54,713 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, वहीं ग्रामीण विकास योजनाओं के लिए 13,820 करोड़ रुपये, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस के लिए 21,476 करोड़ रुपये और नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विकास के लिए 2,700 करोड़ रुपये का प्रावधान है।

प्रसाद ने आगे कहा कि उच्च शिक्षा के विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपये, कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण के लिए 1550 करोड़ रुपये, कृषि क्षेत्र के लिए 3,094 करोड़ रुपये, रेलवे के लिए 8,877 करोड़ रुपये, बिजली के लिए 16,130 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

प्रसाद ने कहा कि टेलीकम्यूनिकेशन क्षेत्र के लिए पैकेज में 449 करोड़ रुपये, पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए 600 करोड़ रुपये तथा स्वास्थ्य क्षेत्र में विकास के लिए 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

 

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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