अन्तर्राष्ट्रीय
पाकिस्तान : पीटीआई कार्यकर्ता की मौत पर एक दिन का शोक
फैसलाबाद| पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान ने फैसलाबाद में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के समर्थकों के साथ हुई झड़प के दौरान हुई अपने एक कार्यकर्ता की मौत के विरोध में मंगलवार को एक दिन का शोक घोषित किया है। समाचार पत्र ‘डॉन’ के मुताबिक पीटीआई प्रमुख ने शपथ ली है कि मृतक हक नवाज का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन सरकार की भी कड़ी निंदा की।
फैसलाबाद में सोमवार को दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद पीटीआई ने सरकार के साथ वार्ता स्थगित कर दी है।
इमरान ने इस्लामाबाद में प्रदर्शन का नेतृत्व करने के बाद देश के प्रमुख शहरों में एक के बाद एक बंद के आह्वान का वादा किया था, जिसकी शुरुआत फैसलाबाद से होनी थी।
इमरान और उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 2013 आम चुनावों में हुई हेराफेरी का आरोपी बताकर उनके इस्तीफे की मांग को लेकर डटी हुई है।
फैसलाबाद में सोमवार हो हुई हिंसक झड़प के बाद पहले से ही व्याप्त राजनीतिक तनाव और गहरा गया है और पीटीआई एवं पीएमएल-एन मौजूदा गतिरोध के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं।
इमरान ने फैसलाबाद के व्यापारियों और व्यवसायियों से आठ दिसंबर को काम बंद रखने और नागरिकों से पार्टी के साथ सहयोग करने का आग्रह किया था, लेकिन बंद के पहले ही पार्टी कार्यकर्ता की मौत की घटना के बाद उन्होंने दमकारी शासकों के चंगुल से देश को आजाद कराने की मुहिम चलाने की शपथ ली।
अन्तर्राष्ट्रीय
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात
नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।
मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।
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