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असहिष्णुता के विरोध में वाम मोर्चा के सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन

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नई दिल्ली| वाम मोर्चा के कई सांसदों ने देश में बढ़ती कथित असहिष्णुता के विरोध में यहां मंगलवार को संसद भवन के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वरिष्ठ नेता डी. राजा एवं अन्य की अगुवाई में सांसदों ने विरोध-प्रदर्शन किया। उनके हाथों में नारे लिखी तख्तियां थीं, जिन पर ‘सांप्रदायिकता हाय-हाय’ और ‘देश में बढ़ रही असहिष्णुाता’ जैसे नारे लिखे हुए थे।

इससे पूर्व इस मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्रवाई कई बार स्थगित हुई।

उल्लेखनीय है कि असहिष्णुता के मुद्दे को लेकर कई लेखकों, बुद्धिजीवियों, अभिनेताओं और कलाकारों ने अपने पुरस्कार सरकार को लौटा दिए हैं।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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