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उप्र : सुर्खियों में रहे लव जिहाद, धर्मातरण जैसे मुद्दे

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश के लिए वर्ष 2014 काफी उथल पुथल भरा रहा। वर्ष की शुरुआत में हुए आम चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जहां विधानसभा उपचुनावों में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, वहीं दूसरी ओर वर्ष के अंत तक आते-आते लव जिहाद व धर्मातरण जैसे मुद्दों की गूंज संसद तक सुनाई दी। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाख नसीहतों के बाद भी उप्र के सांसदों व मंत्रियों के विवादित बयानों ने जमकर उनकी किरकरी कराई।

वर्ष 2014 की शुरुआत भाजपा के लिए यादगार रही। लोकसभा चुनाव में सहयोगी दलों को मिलाकर 73 लोकसभा सीटों पर उसने विजय हासिल की। यह उप्र में पार्टी का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन था। सफलता के घोड़े पर सवार भाजपा को जल्द ही जनता ने उपचुनावों में नकार दिया और भाजपा को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।

उपचुनावों में मिली हार के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इसे पार्टी के लिए सबक बताते हुए कहा कि पार्टी इस हार की समीक्षा करेगी। उपचुनावों में पार्टी ने लव जिहाद जैसे विवादित मुद्दे को तरजीह दी, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा।

वर्ष के अंत तक आते-आते भाजपा को धर्मातरण के मुद्दे पर एक बार फिर फजीहत झेलनी पड़ी। आगरा से उठे धर्मातरण के मुद्दे पर भाजपा को उप्र से लेकर संसद तक विरोधी दलों के तीखे तेवरों से दो चार होना पड़ा।

इस बीच विवादित मुद्दों से पार्टी की हो रही फजीहत को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों व मंत्रियों को विवादित बयानों से दूर रहने की नसीहत दी, लेकिन उप्र से जुड़े केंद्र सरकार के मंत्रियों ने उनकी नसीहतों को भी ठेंगा दिखा गया।

केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ, उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज के विवादित बयानो ने पार्टी की काफी किरकरी कराई।

इन सब मुद्दों पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा, “भाजपा, कांग्रेस के बाद पहला दल है, जिसने वर्ष 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री यहां से नेतृत्व कर रहे हैं। पार्टी के लिए यह एक सुखद अनुभव है। सदस्यता अभियान में पार्टी ने नया की

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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