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उत्तराखंड

उत्तराखंड में मौसम विभाग का अलर्ट जारी, सावधान रहें इन जिलों के लोग

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उत्तराखंड में तेज़ बारिश हो रही है, बारिश से मैदानी इलाके में गर्मी से राहत मिली है, लेकिन पहाड़ों पर में बारिश ने लोगों का जीवन परेशानी में डाल दिया है।

उत्तराखंड मौसम विभाग ने उत्तराखंड के 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।मौसम केंद्र के अनुसार मंगलवार को राजधानी देहरादून, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ साथ प्रदेश में कई स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने का भी अनुमान है।

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बारिश की वजह से कई इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। मुनस्यारी के गोल्फा गांव में भूस्खलन से एक युवक की मौत हो गई है। इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले में बारिश से 11 सड़कें भी पूरी तरह से बंद हैं।

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उत्तराखंड

शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद

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उत्तराखंड। केदारनाथ धाम में भाई दूज के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल का आगमन हो चुका है। बाबा केदार के कपाट रविवार सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इसके साथ ही इस साल चार धाम यात्रा ठहर जाएगी। ठंड के इस मौसम में श्रद्धालु अब अगले वर्ष की प्रतीक्षा करेंगे, जब कपाट फिर से खोलेंगे। मंदिर के पट बंद होने के बाद बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रवाना हो गई है।इसके तहत बाबा केदार के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप देकर शीतकाल के लिए कपाट बंद किए गए। कपाट बंद होते ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ के लिए प्रस्थान किया।

बता दें कि हर साल शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिया जाते हैं. इसके बाद बाबा केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए रवाना होती है. अगले 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में ही होती है.

उत्तरकाशी ज़िले में स्थिति उत्तराखंड के चार धामों में से एक गंगोत्री में मां गंगा की पूजा होती है। यहीं से आगे गोमुख है, जहां से गंगा का उदगम है। सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद हुए हैं। अब आज केदारनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री के कपाट बंद होंगे। उसके बाद आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे।

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