अन्तर्राष्ट्रीय
अमेरिका ने ईरान से लिया बदला, इराक से सीरिया तक बरसाया कहर; 85 टार्गेट पर एयर स्ट्राइक
वॉशिंगटन। अमेरिका ने जॉर्डन में सैनिक बेस पर हुए हमले का बदला लेना शुरू कर दिया है। अमेरिका ने इराक और सीरिया में ईरानी बलों और ईरान समर्थित आतंकियों की ओर से इस्तेमाल किए जा रहे 85 ठिकानों पर शुक्रवार को हमले शुरू किए। पिछले सप्ताह जॉर्डन में तीन अमेरिकी सैनिकों की एयर स्ट्राइक में मौत हो गई थी, जिसके जवाब में यह हमला किया गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने संवाददाताओं को बताया कि अमेरिकी सैन्य बलों ने क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों पर हमले से जुड़ी सात फैसिलिटी को निशाना बनाया। इन फैसिलिटी में कंट्रोल ऑपरेशन, खुफिया केंद्र, रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन भंडारण शामिल हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, ‘हमारी प्रतिक्रिया आज से शुरू हुई। आगे भी यह जारी रहेगी और इसकी जगह और समय हम तय करेंगे।’ राष्ट्रपति बाइडेन ने एक बयान में कहा, ‘यूएस मध्य पूर्व या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता लेकिन जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, उन्हें यह जान लेना चाहिए कि अगर आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाते हैं तो हम जवाब देंगे।’
सीरिया के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक हमले में लोगों के मारे जाने और घायल होने की खबर है लेकिन इनकी सटीक संख्या नहीं बताई गई।
हमले में 125 हथियार का इस्तेमाल
किर्बी ने कहा कि अमेरिका को नहीं पता कि कितने आतंकी मारे गए या घायल हुए, लेकिन कहा कि लक्ष्यों का चयन इस हिसाब से किया गया कि आम लोग हताहत न हों। उन्होंने कहा, ‘इन टार्गेट्स के अमेरिकी सैनिकों पर हमले को लेकर हमारे पास पुख्ता सबूत थे।’
लेफ्टिनेंट जनरल डगलस ए. सिम्स II ने कहा कि अमेरिका ने यह जानते हुए हमला किया कि इन जगहों का इस्तेमाल ईरान समर्थित लड़ाकों और ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड की ओर से किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका ने हमलों में 125 से ज्यादा हथियार का इस्तेमाल किया। ये सभी सटीक हमला करने वाले थे।’
अमेरिका से उड़े बमवर्षक
इराकी सेना के प्रवक्ता याह्या रसूल अब्दुल्ला ने उसकी सीमा में ईरान के समर्थन वाले आतंकियों के खिलाफ हवाई हमलों की निंदा की है। इस हमले को इराकी संप्रभुता का उल्लंघन बताया है। इसके साथ ही इरान और पूरे क्षेत्र में अस्थिरता की संभावना जताई है।
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को इराक और सीरिया में हमले करने वाले अमेरिकी विमानों में B-1 बमवर्षक विमान भी शामिल थी। B-1 बमवर्षक लंबी दूरी का एक विशाल विमान है, जो सटीक और गैर सटीक हथियार दुश्मनों पर गिरा सकता है। डगलस ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका से उड़े बमवर्षक दल ने एक नॉन स्टॉप उड़ान भरी।
अन्तर्राष्ट्रीय
हिंदू नेता चिन्मय कृष्णदास की जमानत अर्जी को चट्टोग्राम की अदालत ने किया खारिज
ढाका। बांग्लादेश हिंसा मामले में गिरफ्तार हिंदू नेता चिन्मय कृष्णदास की जमानत अर्जी को चट्टोग्राम की अदालत ने खारिज कर दिया है। डेली स्टार की खबर के अनुसार इस्कॉन के पूर्व नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की जमानत याचिका को बांग्लादेश की चट्टोग्राम अदालत में सुनवाई के लिए लगाया गया था। मगर कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया।
कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधा रमन दास ने कहा कि यह बेहद दुखद खबर है। हम जानते हैं कि पूरी दुनिया की नजर इस पर थी। सभी को उम्मीद थी कि नए साल में चिन्मय प्रभु को आजादी मिल जाएगी, लेकिन 42 दिन बाद भी उनकी जमानत आज सुनवाई में खारिज कर दी गई। बांग्लादेश सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनको न्याय मिले
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