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एंटिगा टेस्ट : कोहली और अश्विन की पारियों के कारण वेस्टइंडीज बैकफुट पर

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एंटिगा टेस्ट : कोहली और अश्विन की पारियों के कारण वेस्टइंडीज बैकफुट पर

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एंटिगा टेस्ट : कोहली और अश्विन की पारियों के कारण वेस्टइंडीज बैकफुट पर

नॉर्थ साउंड (एंटिगा)| भारत ने सर विवियन रिचर्डस स्टेडियम में जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को अपनी पहली पारी में 8 विकेट पर 566 रन (घो.) बनाने के बाद दिन का खेल खत्म होने तक 31 रनों के कुल योग पर वेस्टइंडीज का एक विकेट झटक लिया है। भारत की ओर से कप्तान विराट कोहली ने 200 और रविचंद्रन अश्विन ने 113 रन बनाए। भारत ने दिन का खेल खत्म होने से एक घंटे पहले पारी घोषित की और मोहम्मद समी ने राजेंद्र चंद्रिका को 16 के निजी योग पर आउट करते हुए मेजबान टीम को पहला झटका दिया। समी ने चंद्रिका को विकेट के पीछे रिद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया। उस समय कुल योग 30 था।

मेजबान टीम पहली पारी की तुलना में अभी भी 535 रन पीछे है। उसे पहले फॉलोआन बचाने के लिए खेलना होगा और इस क्रम में उसके सीनियर बल्लेबाजों को अहम भूमिका अदा करनी होगी। बहरहाल, स्टम्प्स तक क्रेग ब्राथवेट 11 और नाइटवॉचमैन देवेंद्र बीशू शून्य के निजी योग पर नाबाद थे। मेजबान टीम ने 16 ओवरों का सामना किया है।

इससे पहले, भारत ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 566 रनों पर घोषित कर दी। यह वेस्टइंडीज के खिलाफ उसी के घर में भारत का दूसरा सबसे बड़ा योग है। इससे पहले, 2006 में ग्रास आइलेट में भारत ने 8 विकेट पर 588 रनों पर पारी घोषित की थी। साथ ही यह वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत का कुल चौथा बड़ा योग है। भारत के लिए कप्तान कोहली ने जहां अपने करियर का पहला दोहरा शतक लगाया और कई कीर्तिमान स्थापित किए वहीं दुनिया के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में शामिल अश्विन ने 113 रनों की पारी खेली। यह उनके करियर का तीसरा शतक है।

इसके अलावा अमित मिश्रा ने 53, साहा ने 40 और समी ने नााद 17 रन जुटाए। वेस्टइंडीज की ओर से ब्राथवेट, बीशू ने तीन-तीन सफलता पाई जबकि शेनॉन गेब्रिएल ने दो विकेट लिए। पहले दिन की तरह दूसरा दिन भी रिकार्डधारी कोहली के नाम रहा। पहले दिन स्टम्प्स तक 143 रन बनाने वाले कोहली ने भोजनकाल के ठीक बाद गेब्रियल की गेंद पर बोल्ड होने से पहले कई कीर्तिमान अपने नाम किए।

सबसे सबसे पहले तो वह अपने अब तक के व्यक्तिगत योग 169 रनों से आगे निकले और फिर 1997 के बाद विदेशी धरती पर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बने।  सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका में 1997 में 169 रनों की पारी खेली थी। उस समय वह टीम के कप्तान थे। इस दौरान मोहम्मद अजरूद्दीन ने भी एक बार 150 रनों से अधिक की पारी खेली थी।

कोहली ने 147 रन बनाने के साथ वेस्टइंडीज में किसी भारतीय कप्तान सबसे बड़ी पारी का भी रिकार्ड अपने नाम किया। यह रिकार्ड इससे पहले राहुल द्रविड़ के नाम था, जिन्होंने 2006 में ग्रास आईलेट में 146 रन बनाए थे।अब कोहली विदेशी धरती पर पहला दोहरा शतक लगाने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। कोहली ने मोहम्मद अजहरूद्दीन के न्यूजीलैंेड के खिलाफ खेली गई 192 रनों की पारी को पीछे छोड़ा।

वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। इंग्लैंड के लेन हटन के अलावा यह कारनामा आस्ट्रेलिया के बॉबी सिम्पसन और कोहली ने किया है। भारत ने भोजनकाल तक चार विकेट के नुकसान पर 404 रन बनाए थे। उस समय कोहली 200 और छठे क्रम पर पदोन्नत किए गए अश्विन 64 रनों पर नाबाद थे। कोहली भोजनकाल के तुरंत बाद आउट हुए। कोहली ने अश्विन के साथ पांचवें विकेट के लिए 168 रनों की साझेदारी की।

दोनों ने पूरे संयम लेकिन भरपूर जोश के साथ 52 ओवरों का सामना किया और 3.23 के औसत से रन बनाए। भारत ने पहले दिन की समाप्ति तक चार विकेट पर 302 रन बनाए थे। कोहली 143 और अश्विन 22 रनों पर नाबाद लौटे थे।  दूसरे दिन इन दोनों ने भरपूर जोश के साथ खेलते हुए स्कोर को पहले 350 और फिर 400 के ऊपर पहुंचाया। कोहली भोजनकाल के ठीक बाद आउट हुए। उन्होंने 283 गेदों का सामना कर 16 चौके लगाए।

कोहली का विकेट गिरने के बाद अश्विन ने विकेटकीपर रिद्धिमान साहा (40) के साथ 71 रनों की उपयोगी साझेदारी की। साहा ने 88 गेंदों का सामना कर एक चौका और एक छक्का लगाया।  भारत ने चायकाल तक छह विकेट पर 512 रन बनाए थे और उस समय तक अश्विन अपना शतक पूरा कर चुके थे। अमित मिश्रा 23 रन बनाकर शतकवीर का साथ दे रहे थे।

चायकाल के बाद भी यह साझेदारी जारी रही और दोनों ने सातवें विकेट के लिए 51 रन जोड़े। अश्विन 253 गेंदों पर 12 चौके लगाने के बाद 526 के कुल योग पर आउट हुए। मिश्रा का विकेट 566 के कुल योग पर गिरा।  मिश्रा ने जिम्मेदारी के साथ खेलते हुए चौथा अर्धशतक पूरा किया। अंतिम समय पर मिश्रा और समी ने काफी तेजी से रन बटोरे। दोनों ने नौवें विकेट के लिए 40 रन बटोरे। मिश्रा ने 68 गेंदों पर छह चौके लगाए जबकि समी ने नौ गेंदों पर दो छक्के उड़ाए।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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