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आध्यात्म

प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी ने जारी किए अयोध्या राम मंदिर पर बने डाक टिकट, कई चीजें हैं शामिल

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Ram Mandir Postage Stamps

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट जारी किए। पीएम ने इसी के साथ दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की। इस डाक टिकट पर अलग-अलग डिजाइन भी बने हैं। डिजाइन में राम मंदिर, चौपाई ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर और ऐसी ही कई मूर्तियां शामिल हैं।

6 टिकट जारी

पीएम द्वारा जारी डाक टिकट में कुल 6 टिकटें हैं जिनमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी की तस्वीर शामिल हैं।

डाक टिकट में कई चीजें हैं शामिल

इस डाक टिकट में सूर्य की किरणों और चौपाई की सोने की पत्ती लघु शीट को एक राजसी प्रतीक बनाती है। पांच भौतिक तत्व यानी आकाश, वायु, अग्नि, पृथ्वी और जल, जिन्हें ‘पंचभूत’ के रूप में जाना जाता है, विभिन्न डिजाइन के माध्यम से उसे दर्शाया गया है।

भगवान राम पर 20 से अधिक देशों के डाक टिकट भी शामिल

इसी के साथ भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की गई जो विभिन्न समाजों पर भगवान राम की अंतर्राष्ट्रीय अपील को प्रदर्शित करती है। 48 पन्नों की इस पुस्तक में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए डाक टिकट शामिल हैं।

आध्यात्म

महाशिवरात्रि 2025 : जानें क्यों मनाया जाता है महाशिवरात्रि का पर्व, क्या है पूजा विधि

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नई दिल्ली। हर साल फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि इसी तिथि पर भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इस दिन शाम को विशेष पूजा का महत्व है। माना जाता है कि भगवान शिव की रात्रि 4 पहर पूजा करने से मनुष्य की हर मनोकामना पूर्ण होती है। ऐसे में इस अवसर आप भी भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा, व्रत और मंत्र आदि जप पर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। मान्यता है कि महादेव अन्य देवों की तुलना बहुत दयालु हैं, उन्हें महज बेलपत्र चढ़ाकर भी प्रसन्न किया जा सकता है।

क्या है पूजा विधि?

सबसे पहले सुबह स्नान आदि करें और सूर्यदेव को जल अर्पित करें। इसके बाद दूध-दही,शहद, घी और गंगाजल आदि से भोलेनाथ का अभिषेक करें। याद रहे कि जलाभिषेक करते समय आपका मुंह दक्षिण दिशा में होना चाहिए। फिर शिवलिंग पर भस्म लगाएं और बेलपत्र, मोली,साबुत अक्षत, फल, पान-सुपारी अर्पित करें। फिर महादेव की आरती करें और शिवलिंग के सामने शिव गायत्री मंत्र “ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।” या फिर श‍िव नामावली मंत्र- श्री शिवाय नम:” का जप करें।

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