प्रादेशिक
एमपी में काले हिरण के शिकारियों ने 3 पुलिसवालों की गोली मारकर की हत्या
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के गुना में काले हिरण के शिकार की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों का हमला कर दिया, जिसमें 3 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। आरोन के जंगल में 4 काले हिरण और 1 मोर का शिकार करने के बाद शिकारी लौट रहे थे, तभी उनका सामना पुलिस से हो गया। ताबड़तोड़ फायरिंग में सब-इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, हेड कॉन्स्टेबल संतराम मीणा और कॉन्स्टेबल नीरज भार्गव की घटनास्थल पर मौत हो गई। फायरिंग में ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है।गुना की घटना शुक्रवार-शनिवार देर रात की बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
हादसे के बाद सीएम शिवराज ने आपात बैठक बुलाई है, जोकि करीब 9:30 पर होगी। बताया जा रहा है कि शिकारी मोटरसाइकिल से जंगल में शिकार करने गए थे। लौटने के दौरान उनका सामना आरोन थाने की पुलिस से हो गई। दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें तीन पुलिसवालों की मौत हो गई।
हालांकि इस पूरे मामले में प्रशासन कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। वही इस घटना में ड्राइवर भी गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। यह घटना सुबह तकरीबन 3:00 और 4:00 के बीच की बताई जा रही है। इस घटना में एसआई राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की मौत हो गई है। इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा कि यह बड़ी दुखद और हृदय विदारक घटना है। उन्होंने कहा, ”जैसे ही घटना की जानकारी जानकारी मिली तभी से संपर्क में हूं। पुलिस अधीक्षक और डीजीपी से लगातार बात कर रहा हूं।
उत्तर प्रदेश
कासगंज में चंदन गुप्ता हत्याकांड के सभी 28 दोषियों को NIA की स्पेशल कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
लखनऊ। यूपी के कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हुए दंगे में मारे गए चंदन गुप्ता हत्याकांड के सभी 28 दोषियों को NIA स्पेशल कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने सभी दोषियों को गुरुवार को दोषी करार दिया था और शुक्रवार को सजा का ऐलान किया। कासगंज में 26 जनवरी 2018 को तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता की हत्या कर दी गई थी।
जिन दोषियों को उम्रकैद का सजा सुनाई गई है उनमें वसीम जावेद उर्फ वसीम, नसीम जावेद,मोहम्मद जाहिद कुरैशी उर्फ जाहिद उर्फ जग्गा, आसिफ कुरैशी उर्फ हिटलर, असलम कुरैशी, अकरम, तौफीक, खिल्लन, शवाब अली खान, राहत ,सलमान ,मोहसिन, आसिफ जिमवाला, साकिब, बबलू, निशु उर्फ जीशान, वासिफ, इमरान, शमशाद ,जफर, साकिर ,खालिद परवेज ,फैजान ,इमरान ,साकिर, मोहम्मद आमिर रफी, कासगंज जेल में बंद मुनाजिर और कोर्ट में सरेंडर हुए सलीम शामिल हैं।
चंदन की हत्या के बाद हुए थे कई दिन दंगे
विश्व हिंदू परिषद और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता करीब 100 मोटर साइकिलों पर तिरंगा और भगवा झंडा लेकर निकले थे। इस तिरंगा यात्रा में ABVP कार्यकर्ता चंदन गुप्ता भी शामिल था। यात्रा के दौरान कुछ मुस्लिम युवकों ने झड़प हो गई थी। इसके बाद दंगा भड़क गया था। इसमें चंदन गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी उसकी मौत के बाद कासगंज में हालात कई दिनों तक खराब हो थे। कासगंज में करीब एक हफ्ते तक दंगे हुए थे।
-
नेशनल3 days ago
आम आदमी पार्टी बड़े बड़े वादे करती है लेकिन उसे कभी पूरा नहीं करती : बीजेपी
-
नेशनल2 days ago
राजधानी दिल्ली में जल्द ही स्वतंत्रता सेनानी सावरकर के नाम पर नया कॉलेज स्थापित होने की संभावना
-
राजनीति2 days ago
शिवराज सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर बोला हमला, कहा- आपने किसानों को दिया धोखा
-
नेशनल3 days ago
केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को लिखा पत्र, पूछे 3 सवाल, BJP पर लगाए गंभीर आरोप
-
नेशनल22 hours ago
भाजपा भारत के युवाओं का बिल्कुल एकलव्य जैसा अंगूठा काट रही है : राहुल गांधी
-
खेल-कूद2 days ago
टीम इंडिया से मिले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज
-
मनोरंजन2 days ago
बिग बॉस 18 : चाहत पांडे और ईशा सिंह की मां के बीच छिड़ी जुबानी जंग
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
हिंदू नेता चिन्मय कृष्णदास की जमानत अर्जी को चट्टोग्राम की अदालत ने किया खारिज