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प्रादेशिक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अशोक लीलेंड की इलेक्ट्रिक वाहन फैक्ट्री के भूमिपूजन कार्यक्रम में लिया हिस्सा

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ में अशोक लीलेंड की इलेक्ट्रिक वाहन फैक्ट्री के भूमिपूजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने कहा कि हिंदुजा ग्रुप के प्रकाश जी और अशोक जी ने अभी मुझे डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस की चाभी सौंपी है। चाहूंगा कि सिर्फ चाभी नहीं, बल्कि जल्दी से जल्दी वो यहां अपना प्रोडक्शन शुरू करें। उत्तर प्रदेश का बाजार ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत का बाजार उनका इंतजार कर रहा है। इससे पूर्व सीएम योगी को हिंदुजा ग्रुप की तरफ से डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस की चाभी और मोमेंटो प्रदान किया गया। इस दौरान सीएम योगी ने प्लांट में इलेक्ट्रिक बसों का अवलोकन भी किया और उनके फीचर्स के बारे में भी जानकारी ली। हिंदुजा ग्रुप के अधिकारियों ने उन्हें ई व्हीकल्स की विशेषताओं से परिचित कराया। सीएम योगी ने हिंदुजा ग्रुप के प्रमुख लोगों और अधिकारियों के साथ मंत्रणा भी की।

इन्वेस्टर्स भी लें इनीशिएटिव

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल प्लांट अशोका लीलेंड के माध्यम से स्थापित होने जा रहा है। इस कार्यक्रम के शुभारंभ के लिए हिंदुजा ग्रुप, अशोका लीलेंड को शुभकामनाएं देता हूं। उत्तर प्रदेश में हम जैसे इन्वेस्टर फ्रेंडली पॉलिसी लेकर आते हैं। वैसे ही इन्वेस्टर्स को भी अपने निवेश को पब्लिक फ्रेंडली बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एक लाख स्कूली बस हैं हमारे पास, ये सब रिप्लेस हो जाएंगी इलेक्ट्रिक बसों में बशर्ते इस दिशा में हम लोगों ने थोड़ा भी इनीशिएटिव लिया तो। उत्तर प्रदेश में एक लाख 5 हजार से अधिक राजस्व गांव हैं और दो लाख से अधिक मजरे हैं। अगर इन एक लाख गांवों को हमें शहरों से जोड़ना होगा तो भी सस्ती सेवा के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा सस्ती और लोकप्रिय माध्यम बन सकती है। इसमें हम अपने तमाम युवाओं को इस सर्विस के साथ जोड़ सकते हैं। यहां पर भी हिंदुजा ग्रुप भी कुछ इनीशिएटिव ले और स्टेट गवर्नमेंट भी इसको आगे बढ़ाए।

बिहार, मध्यप्रदेश और नेपाल तक यूपी का बाजार

सीएम योगी ने कहा कि एक-एक गांव को जोड़ने के लक्ष्य के साथ हमें आगे बढ़ना होगा। उत्तर प्रदेश के अंदर गांव को शहर से जोड़ने के लिए प्रयास करना होगा। गांव का प्रोडक्ट शहर में आए, इसके लिए माल ढोने वाले छोटे ट्रक का उपयोग किया जा सकता है। फिर चीनी प्लांट के रूप में हम लोग दूध को दुग्ध समितियों के साथ जोड़कर सिटी में लाने में योगदान दे सकेंगे तो यह बहुत बड़ा मार्केट आपको अकेले यूपी में मिलेगा। यूपी का मतलब यूपी नहीं है,यूपी का मतलब बिहार भी, मध्यप्रदेश भी और नेपाल भी, यूपी के साथ किसी न किसी रूप में जुड़ा हुआ है। ये सभी राज्य इस सुविधा का लाभ लेंगे।

यूपी की ई व्हीकल पॉलिसी इन्वेस्टर्स के लिए भी और बायर्स के लिए भी

सीएम योगी ने प्रदेश सरकार द्वारा लागू इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के द्वारा सोमवार को 10 लाख 24 हजार करोड़ रुपए के निवेश कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया है। आज इसी के तहत अशोका लीलेंड ने अपने कार्य को शुरू भी कर दिया है। विश्वास व्यक्त करता हूं कि उत्तर प्रदेश का बाजार आपका इंतजार कर रहा है। जितनी जल्दी और तेजी के साथ आप अपने कार्य को आगे बढ़ा सकते हैं, ये आप पर निर्भर करेगा। उत्तर प्रदेश सरकार अपनी पॉलिसी के अंतर्गत हर इलेक्ट्रिक बस में 20 लाख रुपए तक की इन्सेंटिव दे रही है। इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए यूपी की पॉलिसी अलग है। यह इन्वेस्टर्स के लिए भी है और खरीदने वाले के लिए भी है। यह देश की सबसे अच्छी पॉसलिसी में से एक है। इसका लाभ इन्वेस्टर्स के साथ-साथ इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदारों को भी मिलेगा। इसके माध्यम से प्रधानमंत्री जी का जो लक्ष्य है कि नेट जीरो के लक्ष्य को हमें प्राप्त करना ही होगा। उस दिशा में यह एक सकारात्मक कदम होगा।

इस अवसर पर हिंदुजा ग्रुप भारत के अध्यक्ष अशोक हिंदुजा, प्रकाश हिंदुजा, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, विधायक डॉ राजेश्वर सिंह,विकास गुप्ता, औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी और हिंदुजा ग्रुप के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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