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उत्तर प्रदेश

उपराष्ट्रपति की आगवानी को सीएम योगी ने डाला डेरा

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गोरखपुर। शनिवार (7 सितंबर) को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आमंत्रण पर गोरखपुर आ रहे हैं। वह गोरखपुर में बने पूर्वी उत्तर प्रदेश के पहले सैनिक स्कूल का लोकार्पण करेंगे। उपराष्ट्रपति की अगवानी के लिए सीएम योगी ने गुरुवार को गोरखपुर में डेरा डाल दिया है। गोरखपुर आते ही उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम को भव्य, ऐतिहासिक और गरिमामयी बनाने के लिए जुट जाने का आह्वान किया। बाद में वह सैनिक स्कूल में लोकार्पण समारोह की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कार्यक्रम स्थल पर भी पहुंचे।

गोरखपुर आते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनेक्सी भवन में भाजपा की महानगर और जिला इकाई के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक की। बैठक में उन्होंने सैनिक स्कूल के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के हाथों होने वाले लोकार्पण समारोह की चर्चा करते हुए कहा कि यह समारोह अभूतपूर्व बने, इसके लिए हमें पूर्ण मनोयोग से जुट जाना चाहिए। कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला सैनिक स्कूल है। सबका प्रयास होना चाहिए कि इसके लोकार्पण का कार्यक्रम भव्यता के साथ गरिमामयी हो। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान में अधिक से अधिक सदस्य बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से लोग जुड़ना चाह रहे हैं। कारण, पीएम मोदी के नेतृत्व में वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। 18 करोड़ सदस्यों वाले दुनिया के सबसे बड़े दल के रूप में हमें सबसे अधिक सक्रिय सदस्य बनाने के लक्ष्य को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि भाजपा का ही कार्यकर्ता कह सकता है कि दल से बढ़कर देश है। बैठक को एमएलसी एवं पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया। बैठक का संचालन महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता एवं अध्यक्षता जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह ने की। बैठक में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ला, महेंद्रपाल सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, राजेश श्रिपाठी, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विशवजिताशू सिंह आशू, डॉ सत्येंद्र सिन्हा, पुष्पदंत जैन सहित विभिन्न व्यापारिक संगठनों, समाजिक संगठनों, के प्रमुख व पार्टी पदाधिकारीगण, पार्षद उपस्थित रहे।

सैनिक स्कूल पहुंचे सीएम, बोले-समय रहते पूरा कर लें लोकार्पण समारोह की सभी तैयारी

देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सैनिक स्कूल जाकर वहां लोकार्पण को लेकर चल रही तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होने ने सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं से जुड़ी सभी तैयारियों देखा और अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। मुख्यमत्री ने सबसे पहले सैनिक स्कूल के प्रशासनिक भवन का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने एकलव्य शूंटिग रेंज, तैराकी स्थल, कैप्टन विक्रम बत्रा बहुउदेश्यीय हाल, आडिटोरियम एवं सभा स्थल को देखा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी तैयारियों को समय रहते पूरा कर लिया जाए। उन्होने कहा कि स्कूल के परिसर को हराभरा करने के लिए पौधरोपण किया जाए। तैराकी स्थल तथा कैप्टन विक्रम बत्रा बहुउदेश्यीय हाल के निरीक्षण के दौरान उन्होने छात्रो से भी बात की और उनसे पढ़ाई और सुविधाओं को लेकर चर्चा की। सैनिक स्कूल के निरीक्षण के दौरान महापौर डॉ. मगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिह, सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ के पहले संगम क्षेत्र में सज रही हैं पूजन सामग्री की दुकानें

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महाकुम्भनगर। ज्योतिषाचार्यों की गणना के अनुसार ग्रह नक्षत्रों के विशिष्ट संयोग से इस वर्ष प्रयागराज में 144 वर्ष बाद पड़ने वाले महाकुम्भ का आयोजन होने जा रहा है। महाकुम्भ 2025, 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के स्नान से शुरू हो कर 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ पूरा होगा। मेले के लिए तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। महाकुम्भ का इंतजार न केवल साधु-संन्यासी, कल्पवासी, श्रद्धालु बल्कि प्रयागराजवासी भी बेसब्री से कर रहे हैं। महाकुम्भ में संगम, मेला क्षेत्र और प्रयागराज के दुकानदार पूजा सामग्री, पत्रा-पंचाग, धार्मिक पुस्तकें, रुद्राक्ष और तुलसी की मालाओं को नेपाल, बनारस, मथुरा-वृदांवन से मंगा रहे हैं। महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालु लौटते समय अपने साथ संगम क्षेत्र से धार्मिक पुस्तकें, पूजन सामग्री, रोली-चंदन और मालाएं जरूर ले जाते हैं।

नेपाल, उत्तराखण्ड, बनारस, मथुरा-वृंदावन से आ रही रुद्राक्ष और तुलसी की मालाएं

महाकुम्भ, सनातन आस्था का महापर्व है। इस अवसर पर सनातन धर्म में आस्था रखने वाले देश के कोने-कोने से प्रयागराज आते हैं और त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य के भागी बनते हैं। इस वर्ष महाकुम्भ के अवसर पर 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज में आने का अनुमान है। श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने, उनके स्नान और रहने की व्यवस्थाओं का प्रबंध सीएम योगी के दिशानिर्देश पर मेला प्राधिकरण पूरे जोश और उत्साह के साथ कर रहा है। साथ ही प्रयागराजवासी और यहां के दुकानदार,व्यापारी भी महाकुम्भ को लेकर उत्साहित हैं। महाकुम्भ उनके लिए पुण्य और सौभाग्य के साथ व्यापार और रोजगार के अवसर भी लेकर आया है। पूरे शहर में होटल, रेस्टोरेंट, खाने-पीने की दुकानों के साथ पूजा सामग्री, धार्मिक पुस्तकों, माला-फूल की दुकानें भी सजने लगी हैं। थोक व्यापारियों का कहना है कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के अनुमान के मुताबिक दूसरे शहरों से समान मंगाया जा रहा है। रुद्राक्ष की मालाएं उत्तराखण्ड और नेपाल से तो तुलसी की मालाएं मथुरा-वृंदावन से, रोली, चंदन और अन्य पूजन सामग्री बनारस और दिल्ली के पहाड़गंज से मंगाई जा रही हैं।

गीता प्रेस में छपी धार्मिक पुस्तकों की सबसे ज्यादा मांग

प्रयागराज के दारागंज में धार्मिक पुस्तकों के विक्रेता संजीव तिवारी का कहना है कि सबसे ज्यादा गीता प्रेस, गोरखपुर से छपी धार्मिक पुस्तकों की मांग होती है। अधिकांश श्रद्धालु राम चरित मानस, भागवत् गीता, शिव पुराण और भजन व आरती संग्रह की मांग करते हैं। इसके अलावा पूजा-पाठ का काम करने वाले पुजारी वाराणसी से छपे हुए पत्रा और पंचाग भी खरीद कर ले जाते हैं। इसके अलावा मुरादाबाद और बनारस में बनी पीतल और तांबें की घंटियां, दीपक, मूर्तियां भी मंगाई जा रही है। मेले में कल्पवास करने वाले श्रद्धालु और साधु-संन्यासी पूजा-पाठ के लिए हवन सामग्री, आसन, गंगाजली, दोनें-पत्तल, कलश आदि की मांग करते हैं। जिसे भी बड़ी मात्रा में दुकानदार अपनी दुकानों में मंगा कर स्टोर कर रहे हैं।

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