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उत्तर प्रदेश

नैनी में बायो सीएनजी प्लांट का अनावरण करेंगे सीएम योगी

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महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को एक बार फिर महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए प्रयागराज आएंगे। यह इस माह उनका पांचवां दौरा होगा। इस दौरान सीएम योगी नैनी में निर्मित बायो सीएनजी प्लांट का भी अनावरण करेंगे। इसके साथ ही सीएम योगी संगम ऐरावत घाट, संगम नोज घाट के साथ ही गंगा सेतु के समानांतर बने स्टील ब्रिज का भी निरीक्षण करेंगे। सीएम योगी लगभग 4 घंटे प्रयागराज में रहेंगे और इस दौरान वह स्थलीय निरीक्षण के साथ ही आईसीसीसी सभागार में समीक्षा बैठक भी करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7 दिसंबर, 12 दिसंबर, 13 दिसंबर और 23 दिसंबर को भी प्रयागराज का दौरा कर चुके हैं।

सीएम योगी करीब 11.55 पर डीपीएस प्रयागराज हैलिपैड पर पहुंचेंगे और यहां से वो सीधा नैनी बायो सीएनजी प्लांट जाएंगे और इस महत्वाकांक्षी परियोजना का अनावरण करेंगे। यहां से सीएम संगम ऐरावत घाट और संगम नोज घाट का भी निरीक्षण करेंगे। इसके बाद सीएम प्रयागराज मेला प्राधिकरण में बने आईसीसीसी सभागार में 1.20 मिनट से 2.20 बजे तक महाकुम्भ के प्रगति कार्यों की समीक्षा करेंगे। यहां से वह विभिन्न मार्गों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए गंगा सेतु के समानांतर बने स्टील ब्रिज का निरीक्षण करेंगे और फिर पुलिस लाइन हेलीपैड से वापल लखनऊ के लिए रवाना होंगे।

हर दिन 21.5 टन गैस के साथ 209 टन जैविक खाद बनाएगा प्लांट

सीएम योगी नैनी में जिस बायो सीएनजी प्लांट का शुभारंभ करेंगे वह प्रतिदिन 21.5 टन गैस के साथ 209 टन जैविक खाद बनाएगा। प्रयागराज शहर में घरों, होटल-रेस्टोरेंट्स और मंदिरों से 200 टन गीला कचरा हर दिन निकलता है। अब इसी कचरे से प्रयागराज नगर निगम 53 लाख रुपए सालाना कमाई करने जा रहा है। यानी जिस सब्जी, फल-फूल या जूठन को कभी यूं ही फेंक दिया करते थे, उसी से रोजाना अब 21500 किलो बायो सीएनजी और 209 टन जैविक खाद बनेगी। इस प्लांट की कुल क्षमता 343 टन प्रति दिन उत्पादन की है। हर दिन प्लांट से 21.5 टन बायो CNG के साथ 109 टन ठोस जैविक खाद और 100 टन तरल जैविक खाद बनेगी। प्रथम चरण में 200 टन क्षमता के नगरीय कचरे से बायो सीएनजी बनाने का कार्य पूरा हो चुका है। शेष 143 टन धान के पुआल और गोबर से गैस बनाने का काम प्रगति पर है। पीपीपी मॉडल से इस बायो सीएनजी प्लांट का संचालन होगा। इसके लिए प्रयागराज नगर निगम ने 12.49 एकड़ जमीन नैनी के जहांगीराबाद में अरैल घाट के पास दी है। प्लांट का संचालन एवर एनवायरो रिसोर्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड करेगी। इसके लिए नगर निगम और कंपनी के बीच 25 साल के लिए अनुबंध हुआ है। इसके बाद कंपनी प्लांट का संचालन नगर निगम को सौंप देगी। फिलहाल इस प्लांट के संचालन के लिए करीब 1250 यूनिट बिजली की हर दिन खपत हो सकती है।

पर्यावरण को भी प्लांट से फायदा

प्लांट के माध्यम से जैविक कचरे को ऊर्जा में बदलकर हर साल करीब 56700 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम किया जा सकेगा। लैंडफिल से कचरे का यह डायवर्जन ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में और सहायता करता है। इस प्लांट को करीब 125 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। इस प्लांट से बायो-सीएनजी की आपूर्ति प्रयागराज सहित उत्तर प्रदेश में औद्योगिक और खुदरा ग्राहकों को भी की जाएगी। परियोजना में लगभग 200 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने पर, प्लांट से लगभग 25 कर्मियों को सीधे रोजगार मिलेगा, जबकि 100 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से काम मिल सकेगा। इसके अलावा स्थानीय आर्थिक विकास में भी योगदान देगा। प्रयागराज नगर निगम आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि इस बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना से निगम को आय होगी। साथ ही प्रतिदिन 200 टन गीले कचरे का निपटान हो सकेगा। वहीं हवा की गुणवत्ता सुधार की दिशा में प्लांट मील का पत्थर साबित होगा।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ के छावनी क्षेत्र में हुआ श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी का भव्य प्रवेश

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महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ क्षेत्र में सनातन धर्म के ध्वज वाहक अखाड़ों के प्रवेश का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी ने राजसी वैभव के साथ छावनी क्षेत्र में प्रवेश किया। शहर में जगह जगह पुष्प वर्षा कर संतों का भव्य स्वागत किया गया। कुम्भ मेला प्रशासन की तरफ से भी अखाड़े के महात्माओं का स्वागत किया गया।

नागा संन्यासियों और महा मंडलेश्वरों की फौज लेकर छावनी क्षेत्र में महा निर्वाणी अखाड़े ने किया प्रवेश

सनातन धर्म के 13 अखाड़ों में सबसे धनवान कहे जाने वाले श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी ने छावनी क्षेत्र में प्रवेश किया। अलोपी बाग के निकट स्थित महा निर्वाणी अखाड़े की स्थानीय छावनी से अखाड़े का भव्य जुलूस उठा। सबसे पहले महा मंडलेश्वर पद का सृजन करने वाले इस अखाड़े में इस समय 67 महा मंडलेश्वर हैं। अखाड़े की छावनी प्रवेश यात्रा में भी इसकी झलक देखने को मिली। अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद जी की अगुवाई में यह छावनी प्रवेश यात्रा शुरू हुई जिसमें आगे आगे अखाड़े के इष्ट भगवान कपिल जी का रथ चल रहा था, जिसके बाद आचार्य महामंडलेश्वर का भव्य रथ श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहा था।

नारी शक्ति को तरजीह देने वाले अखाड़े में दिखी नारी शक्ति की झलक

नारी शक्ति को महा निर्वाणी अखाड़ा ने हमेशा विशिष्ट स्थान दिया है। अखाड़ों में मातृ शक्ति को स्थान भी सबसे पहले महा निर्वाणी अखाड़ा ने दिया। अखाड़ा के सचिव महंत जमुना पुरी बताते है कि साध्वी गीता भारती को अखाड़ों की पहली महा मंडलेश्वर होने का स्थान प्राप्त है जो उन्हें 1962 में प्रदान किया गया था। निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी हरि हरानंद जी की शिष्या संतोष पुरी तीन साल की उम्र में अखाड़े में शामिल हुई और उन्हें ही यह उपलब्धि हासिल है। दस साल की उम्र में वह गीता का प्रवचन करती थी जिसके कारण राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने उन्हें गीता भारती का नाम दिया और संतोष पुरी अब संतोष पुरी से गीता भारती बन गई। छावनी प्रवेश यात्रा में भी इसकी झलक देखने को मिली जिसमें चार महिला मंडलेश्वर भी शामिल हुई। यात्रा में वीरांगना वाहिनी सोजत की झांकी में भी इसकी झलक देखने को मिली। छावनी यात्रा में पर्यावरण संरक्षण के कई प्रतीक भी साथ चल रहे थे। पांच किमी लंबा सफर तय करके शाम को अखाड़े ने छावनी में प्रवेश किया।

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