उत्तर प्रदेश
राप्ती नदी को चैनलाइज्ड करते हुए बाढ़ का करें स्थायी समाधानः सीएम योगी
बलरामपुर | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर बलरामपुर पहुंचे। उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों व कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी/ग्रामीण) , मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण, ऑपरेशन कायाकल्प, स्कूल चलो अभियान, जल जीवन मिशन, गोवंश टीकाकरण-ईयर टैगिंग, गोवंश संरक्षण, बाढ़ निरोधक कार्यों, वृक्षारोपण महाअभियान, संचारी रोग नियंत्रण अभियान समेत जनपद की महत्वपूर्ण परियोजनाओं की चर्चा की।
गड्ढामुक्त हों सभी सड़कें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बलरामपुर बाढ़ प्रभावित जनपद है। बाढ़ रोकने के लिए स्थाई समाधान निकाला जाए। इसके लिए राप्ती नदी को चैनेलाइज किए जाने का प्रयास किया जाए। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि जनपद के सभी संपर्क मार्ग अच्छी स्थिति में हों। सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाए। नई सड़क व सेतु के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ प्रस्ताव बनाकर भेजें, शासन से तुरंत धनराशि प्रदान की जाएगी। सीएम ने भूमि चिह्नित कर नए बृहद गोवंश संरक्षण केंद्र बनाए जाने एवं कंप्रेस्ड बायो गैस इत्यादि का उत्पादन भी किए जाने का निर्देश दिया।
सकुशल संपन्न हों त्योहार, माहौल बिगाड़ने वाले तत्वों पर करें कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि दुर्गापूजा, रामलीला, दीपावली, छठ समेत सभी त्योहारों को सकुशल संपन्न कराएं। माहौल बिगाड़ने वाले तत्वों पर कतई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान बिजली व सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सीएम का माफिया पर कार्रवाई को लेकर भी जोर रहा। उन्होंने कहा कि जनपद के टॉप 10 माफिया को चिह्नित करें और उन पर कड़ी कार्रवाई भी करें। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट एवं पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग की जाए। सीएम ने महिला सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बढ़ते जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूलों-कॉलेज आदि पर सीसीटीवी कैमरा अवश्य लगा हो। सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आदि पर कड़ी निगरानी रखे जाने का भी निर्देश दिया।
हर कार्य की निगरानी के लिए नियुक्त हों नोडल अधिकारी
सीएम ने निर्देश दिया कि मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय का निर्माण समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण हो। यहां के युवाओं को शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े, इसके लिए सरकार यहां इसका निर्माण करा रही है। सीएम ने कहा कि निर्माण कार्य की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति किए जाए।
कैंप लगाकर पात्रों को दिलाया जाए योजनाओं का लाभ
सीएम योगी ने कहा कि बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ आमजन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित हो। थारू जनजाति ग्रामों के साथ साथ अनुसूचित जाति ग्रामों में भी कैंप लगाकर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्रता के आधार पर दिलाया जाए। वहीं जल जीवन मिशन योजना की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत पाइप डालने का कार्य गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाए। खुदाई के बाद सड़कों को तुरंत दुरुस्त कराया जाए। सड़कें खुदी दिखने पर जिम्मेदारी तय की जाए।
सीएम का राजस्व वादों के निस्तारण पर रहा जोर
सीएम का राजस्व वादों के निस्तारण पर भी जोर रहा। उन्होंने प्रशासनिक अफसरों से कहा कि अभियान चलाकर राजस्व वादों का निस्तारण करें। ऐसी जगहों पर पुलिस एवं राजस्व की संयुक्त टीम भी मौजूद रहे, जिससे किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना न करना पड़े। पांच वर्ष से पुराने कोई भी राजस्ववाद लंबित न रहें।
रोजगार सृजन के लिए हो विशेष प्रयास
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्लेज पार्क स्थापित करने के साथ ही जनपद में औद्योगिक गतिविधियों व रोजगार सृजन को निरंतर बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास पर जोर दिया। उन्होंने प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के निर्देश दिया। यह भी कहा कि ग्राम पंचायतों में साफ सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। ग्राम पंचायत सचिवालय में ग्रामीणों को सभी सुविधाएं मिलें। उन्होंने जनपद को प्लास्टिक मुक्त किए जाने का निर्देश दिया। गांवों व शहरों में ड्रेनेज की बेहतर व्यवस्था हो। सुरक्षा व प्रकाश की दृष्टि से शाम को स्ट्रीट लाइट जलती रहे। उन्होंने राजस्व बढ़ाए जाने का निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में कैबिनेट/प्रभारी मंत्री राकेश सचान, बलरामपुर सदर के विधायक पल्टूराम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ला, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, विधान परिषद सदस्य अवधेश कुमार सिंह ‘ मंजू सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी, देवीपाटन मंडल के आयुक्त व डीआईजी, डीएम बलरामपुर पवन अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक विकास कुमार, मुख्य विकास अधिकारी समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश
अपने इष्ट गणपति और नागा संन्यासियों को लेकर महाकुम्भ क्षेत्र पहुंचा श्री शंभू पंच दशनाम अटल अखाड़ा
महाकुंभ नगर। प्रयागराज के संगम तट पर आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ में जन आस्था के केंद्र सनातन धर्म के 13 अखाड़ो का अखाड़ा सेक्टर में प्रवेश जारी है। इसी क्रम में बुधवार को श्री शंभू पंचदशनाम अटल अखाड़े ने छावनी प्रवेश किया। छावनी प्रवेश को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
इष्ट देव भगवान गजानन को लेकर कुंभ क्षेत्र में हुआ प्रवेश
आदि गुरु शंकराचार्य के प्रयास से छठी शताब्दी में संगठित रूप में अस्तित्व में आये अखाड़ो की स्थापना शस्त्र और शास्त्र दोनों को आगे बढाने के लिए की गई। शास्त्र ने अगर शंकर के धार्मिक चिंतन को जन जन तक पहुचाया तो वही शस्त्र ने दूसरे धर्मो से हो रहे हमलो से इसकी रक्षा की। इन्ही अखाड़ो में शैव सन्यासी के अखाड़े श्री शंभू पञ्च दशनाम अटल अखाड़ा ने कुम्भ क्षेत्र में प्रवेश के लिए अपनी भव्य छावनी प्रवेश यात्रा निकाली। अलोपी बाग स्थिति अखाड़े के स्थानीय मुख्यालय से यह प्रवेश यात्रा निकाली गई। प्रवेश यात्रा में परम्परा, उत्साह और अनुशासन का खूबसूरत मेल देखने को मिला। आचार्य महा मंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती की अगुवाई में यह प्रवेश यात्रा निकली। सबसे आगे अखाड़े के ईष्ट देवता भगवान गजानन की सवारी और उसके पीछे अखाड़े के परंपरागत देवता रहे।
नागा संन्यासियों की फौज बनी आकर्षण और आस्था का केंद्र
स्थानीय मुख्यालय से शुरू हुए अटल अखाड़े के छावनी प्रवेश में नागा संन्यासियों की फौज को देखने के लिए शहर में स्थानीय लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इष्ट देवता गणपति के पीछे चल रहे अखाड़े के पूज्य देवता भालो के बाद कतार में नागा सन्यासी चल रहे थे। यह पहला अखाड़ा था जिसमें नागा संन्यासिनियों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज की। छावनी प्रवेश में एक बाल नागा भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती का कहना है कि छावनी में दो दर्जन से अधिक महा मंडलेश्वर और दो सौ से अधिक नागा संन्यासी शामिल थे। रथों में सवार अखाड़े के संतों का आशीर्वाद लेने के लिए लोग सड़कों के दोनो तरफ दिखे।
“सूर्य प्रकाश” भाला रहा आकर्षण का केंद्र
अटल अखाड़े के जुलुस में एक बात अलग से देखी गई और वह है अखाड़े की प्रवेश यात्रा में सबसे आगे फूलों से सजे धजे वह भाले जिन्हें अखाड़ो के इष्ट से कम सम्मान नहीं मिलता। अखाड़े की पेशवाई में अखाड़े के जुलूस में भी आगे था “सूर्य प्रकाश” नाम का वह भाला जो केवल प्रयागराज के महाकुम्भ में ही अखाड़े के आश्रम से महाकुम्भ क्षेत्र में निकलता है।
जगह जगह अखाड़े के संतों का प्रशासन ने किया स्वागत
पांच किमी का रास्ता तय कर अखाड़े की प्रवेश यात्रा महाकुंभ के सेक्टर 20 पहुंची। रास्ते में कई जगह महा कुम्भ प्रशासन की तरफ से संतों का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया।
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