अन्तर्राष्ट्रीय
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर का 100 वर्ष की आयु में निधन
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर का रविवार (29 दिसंबर) को 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्होंने अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति के रूप में काम किया था. हालांकि, उन्हें 4 साल के लिए 1977 से 1981 तक देश के राष्ट्रपति के तौर पर भी काम करने का मौका मिला था. CBS न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक जिमी कार्टर का निधन जॉर्जिया स्थित घर पर हुआ. राष्ट्रपति के तौर उन्हें अपने कामों के लिए काफी प्रशंसा मिली. उन्हें साल 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
जिमी कार्टर का जन्म जॉर्जिया के प्लेन्स में हुआ था. उन्होंने अपनी सादगी के लिए जाने जाते थे. जनसेवा के प्रति समर्पण के बल पर ही उन्होंने राष्ट्रपति पद तक का सफर तय किया. वो राष्ट्रपति बनने से पहले जॉर्जिया के गवर्नर भी रह चुके थे. कार्टर ने 1976 में एक बाहरी उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लिया था. उन्होंने तब एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर मैं आपसे झूठ बोलूं या भ्रामक बयान दूं, तो मुझे वोट न दें. उस दौरान कार्टर ने एक पारदर्शी और सार्वजनिक चुनाव अभियान चलाया. उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति जेराल्ड फोर्ड को मामूली अंतर से उस चुनाव में हराया था
जिमी कार्टर के निधन पर जो बाइडेन की प्रतिक्रिया
जिमी कार्टर के निधन पर राष्ट्रपति जो बाइडेन एक्स पर लिखा कि अमेरिका और दुनिया ने एक असाधारण नेता को खो दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे और जिल को जिमी कार्टर को अपना प्रिय मित्र कहने का सम्मान मिला। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर जिमी कार्टर के निधन की घोषणा की, जिसके बाद देश के झंडे को आधा झुका दिया गया.
डोनाल्ड ट्रंप ने जिमी कार्टर के निधन पर जताया दुख
डोनाल्ड ट्रंप ने जिमी कार्टर के निधन पर सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि मैंने अभी राष्ट्रपति जिमी कार्टर के निधन की खबर सुनी. राष्ट्रपति के रूप में जिमी ने जिन चुनौतियों का सामना किया वह हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण समय था. उन्होंने सभी अमेरिकियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सब कुछ किया. हम सभी उनके आभारी हैं. मेलानिया और मैं इस कठिन समय के दौरान कार्टर परिवार और उनके प्रियजनों के साथ हैं.
अन्तर्राष्ट्रीय
हिंदू नेता चिन्मय कृष्णदास की जमानत अर्जी को चट्टोग्राम की अदालत ने किया खारिज
ढाका। बांग्लादेश हिंसा मामले में गिरफ्तार हिंदू नेता चिन्मय कृष्णदास की जमानत अर्जी को चट्टोग्राम की अदालत ने खारिज कर दिया है। डेली स्टार की खबर के अनुसार इस्कॉन के पूर्व नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की जमानत याचिका को बांग्लादेश की चट्टोग्राम अदालत में सुनवाई के लिए लगाया गया था। मगर कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया।
कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधा रमन दास ने कहा कि यह बेहद दुखद खबर है। हम जानते हैं कि पूरी दुनिया की नजर इस पर थी। सभी को उम्मीद थी कि नए साल में चिन्मय प्रभु को आजादी मिल जाएगी, लेकिन 42 दिन बाद भी उनकी जमानत आज सुनवाई में खारिज कर दी गई। बांग्लादेश सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनको न्याय मिले
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